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Chapter 24

chapter 24

Love With My Beast Husband

  अब आगे .....,     सर्वाक्ष ड्रेसिंग टेबल के पास जा कर अपने बाल सेट करने लगा था तभी उसकी नज़र रात्रि पर गई जो उदास हो कर अपने उंगलियों से खेल रही थी | सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए ,वह मुड़ कर उसके पास जाते हुए कहा ,""_ बीवी....,what happened ? "   रात्रि पिल्ला जैसा चेहरा बना कर उससे रुंधली सी आवाज में बोली,""_ मै बीमार हू,ऐसे में आपको हर वक्त मेरे साथ ही रहना चाहिए लेकिन नही ....,आपको बस ऑफिस जाना है ऑफिस का काम करना है .....,मेरी तो आपको पड़ी ही नही अक्ष |       सर्वाक्ष की बाहें तन गए | जब से वह हॉस्पिटलाइज्ड हुई थी तब से वह रात्रि से जरा भी इधर से उधर नही हुआ था | हर वक्त वह उसके साथ ही रहा था लेकिन इस लड़की को फिर भी उससे शिकायते है ?     सर्वाक्ष अपने आंखे छोटी कर रात्रि को घूर रहा था यह देख रात्रि रोते हुए बोली,""_हा ...,बस यह घूरने का काम आप बहुत अच्छे से करते है अक्ष ,आंखो से ही डरा धमका कर मुझे गूंगी बनाना चाहते है ना ? मैं कुछ भी बोलूं आपको प्रॉब्लम हो जाती है | "    सर्वाक्ष की दांत भींच गए | वह गुस्से से अपने दांत पीसते हुए पूछा ,""_ तुम चाहती क्या हो बीवी ? मैं ऑफिस ना जाऊं कोई काम ना करू ? "   रात्रि थोड़ी देर चुप रही,फिर वह धीमी स्वर में बोली,""_ मुझे अभी आपको cuddle कर सोना है | "  इतना बोल कर रात्रि ने अपने दोनो बाहें सर्वाक्ष के तरफ फैला दिया जैसे कह रही हो की उसे अपने बाहों में भर कर उसे सुला दे |      सर्वाक्ष अपना सर ना में हिलाते हुए अपने शूज उतार कर रात्रि के करीब आया,रात्रि की चेहरे पर अब तिरछी स्माइल आ गई थी ,आखिर उसका ड्रामा सर्वाक्ष को जाने से जो रोका था | वह उसके गले में अपने दोनो बाहें डाल कर उसके मजबूत बाहों में सिमट गई |    सर्वाक्ष को उसका हर रूप पसंद था ,वह उसके माथे पर किस किया,फिर उसके पीठ को सहलाने लगा | वही रात्रि हिलते डुलते हुए अपना सर उसके सीने में टिका कर आंखे बंद कर ली | अक्ष के बाहों में उसे दुनिया भर का सुकून मेहसूस होता था और उतना ही वह सेफ फील करती थी |   थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष को अपने सीने में रात्रि की धीमी सांसे मेहसूस हुए तो वह अपना सर झुका कर रात्रि को देखा,रात्रि किसी छोटी बच्ची की तरह उसे लिपट कर सो गई थी | रात्रि को ऐसे देख सर्वाक्ष के होंठ मुड़ गए | वह हल्के से उसके गाल पिंच करते हुए धीरे से कहा ,""_ My Silly Wifey...| "      सर्वाक्ष उसे आराम से खुद से अलग कर लेटाया,फिर उसे अच्छे से ब्लैंकेट से कवर कर बाहर चला गया |     हाल में इस वक्त रवीश किसी से फोन पर बात करते हुए इधर उधर टहल रहा था | उसका औरा बेहद सीरियस था ,जैसे ही उसने सर्वाक्ष को नीचे आते हुए देखा तो वह कॉल काट कर उसके पास गया |     सर्वाक्ष उसे ही नोटिस कर रहा था | वह उससे पूछा ,""_ तुम्हे कुछ पता चला ? "  रवीश ने कहा ,""_बिलकुल वही पता चला है,जैसे भाभी ने हमे बताया था अक्ष ,फ्रांस में पहले ही हमारे दुश्मन इक्कट्टा हो गए थे,और उनके प्लान के मुताबिक ही तुम उस मीटिंग को पर्सनली अटेंड करने जा रहे थे ,वहा कोई मीटिंग नही बल्कि तुम्हे पकड़ कर मार डालने की योजना बनाया गया था | "    सर्वाक्ष की हाथो की मुट्ठी बन गई | वह गुस्से से अपने दांत पीसते हुए बोला ,""_ वह आदमी कोन है ? जो हमारे बीच रह कर हमारे साथ ही गद्दारी कर रहा है ? "  रविश के चेहरे पर व्यंग भरी मुस्कान तैर गया | वह बोला ,""_  मिस्टर सिलास,जिसके साथ हमने कुछ दिन पहले दो करोड़ की डील साइन की थी | "      सर्वाक्ष अपना माथा रब करते हुए गुस्से से कहा ,""_ मिस्टर सिलास....,ना सिर्फ मेरे साथ गद्दारी की बल्कि मेरी रात्रि को इतना बड़ा गलत कदम उठाने पर मजबूर किया ? Now he have to pay for it......| "        " अब तुम उसके साथ क्या करने जा रहे हो ? " तभी वहा ध्रुव आते हुए उससे पूछा , सर्वाक्ष के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई | वह अपने बियर्ड पर हाथ फेरते बेसमेंट के तरफ चला गया |      सर्वाक्ष के चेहरे पर बिखरी हुई शैतानी हंसी देख कर ध्रुव और रवीश के रोंगटे खड़े हो गए थे | वह आदमी कितना क्रूर है,अपने दुश्मनों के साथ कितना बेरहमी करता है ? उनके अलावा शायद ही कोई जानता हो |   रवीश सर्वाक्ष के पीछे जाते हुए ध्रुव से कहा ,""_  चलो,...? जा कर सिलास को मौत घाट में गिरते हुए देखते है"    " मैं....? नही नही मुझे वह दर्दनाक नज़ारा देखने का कोई शौक नहीं, तुम जाओ ...| " ध्रुव उसे मना करते हुए जल्दी से कहा | सर्वाक्ष के हाथो में वह सिलास किस तरह मारे जाएगा यह सोच कर ही उसका रोम रोम कांप उठा था | वह गलती से भी उस इंसान का बेरहमी देखना नही चाहता था |   वही रवीश ने अपना सर ना में हिलाया फिर सर्वाक्ष के पीछे ही बेसमेंट में चला गया |      बेसमेंट का माहौल इस वक्त बेहद भयानक था | और वहा एक आदमी चिल्लाते हुए गुस्से से खुद को छोड़ने को कह रहा था |     " मुझे जाने दो,तुम लोग नही जानते की मैं कौन हूं ? छोड़ो मुझे......वरना तुम लोगों को आगे पछताना पड़ेगा , छोड़ो| "  वह आदमी जो मिस्टर सिलास था जिसे बेरहमी से सर्वाक्ष के आदमियों ने इस वक्त चेयर पर बांध कर टार्चर कर रहे थे | मिस्टर सिलास का घमंड उसके बातो में साफ साफ जलक रहा था | वह उनके सामने गिड़गिड़ा नही रहा था बल्कि गुस्से से उन पर चिल्लाते हुए धमकी दे रहा था |    "  चटाक.....? "    तभी मिस्टर सिलास के मुंह पर एक जोरदार थप्पड़ पड़ा | सिलास गुस्से से सामने देखा ,सर्वाक्ष का बॉडीगार्ड गुस्से से उसे घूरते हुए बोला ,""_ अपना मुंह बंद करो वरना....? "    तभी एक और बॉडीगार्ड आ कर सिलास के चेहरे को बेरहमी से मसलते हुए बोला,""_  वरना हमारे पास तुम्हारे इस गटर जैसे मुंह को बंद करने के कई तरीके है ,अगर बॉस ने तुम्हें ना मारने को ना कहा होता, तो तुम अब तक एक मरा हुआ मांस होते | "     और वह दूसरा बॉडीगार्ड बोला ,""_ और हम जानते है की कि तू कौन हैं , इसीलिए तो तुम यहां पड़े हो | "    मिस्टर सिलास छटपटाते हुए अपने आपको छुड़वाने की कोशिश कर रहा था | तभी वह बॉडीगार्ड बेहद एक्साइटे हो कर बोला ,""_ mmmm कुछ दिनों से बॉस ने किसी का जान ही नहीं लीया लेकिन अब......mmmm अब यह मजेदार होने वाला है | "   मिस्टर सिलास हैरानी से उस बॉडीगार्ड को देखने लगा | उसे अभी तक समझ नही आया था की उसे किसने किडनैप करवाया है ? वह गुस्से से उन दोनो से पूछा ,""_ कोन हो तुम लोग ? और तुम्हारा बॉस कोन है ? "   उसने अपना सवाल पूरा ही किया था की तभी टार्चर रूम में किसी की कदमों की आहट सुनाई दी | वह कदम जैसे जैसे सिलास के तरफ बढ़ रहे थे वैसे वैसे अजीब तरह का सन्नाटा वहा फसरते जा रहा था |     उस टॉर्चर रूम में सिर्फ एक स्मॉल रेड लाइट ऑन था | उस लाल रोशनी में सर्वाक्ष का बेहद गुस्सैल औरा नज़र आने लगा ,उसकी आंखे गुस्से से दहकते हुए उस आदमी पर टिका था जिसकी वजह से उसकी बीवी ने खुद को चोट पहुंचाने एक बार भी नही सोचा था | सर्वाक्ष का जबड़ा कस गया था और गुस्से से माथे के नसे भी उभर कर नजर आ रहे थे |     सर्वाक्ष को सामने देख मिस्टर सिलास की होश ही उड़ गए थे | वह हकलाते हुए उसका नाम लिया ,""_ बा... बॉस....आप ? "   सर्वाक्ष बुरी तरह अपने गर्दन रब करते हुए बेहद ठंडे लहजे में कहा ,""_ yes ...Mister Silaas.....| "   तभी रवीश आगे आ कर उसके बालो में कसके अपनी मुट्ठी भींचते हुए कहा ,""_ तुमने हमारे साथ गद्दारी करने की हिम्मत भी कैसे की सिलास ? "  " मा....माफ कर दीजिए बॉस...., मैं ऐसा दुबारा नही करूंगा ..."  सिलास सर्वाक्ष को देख गिड़गिड़ाते हुए बोला | सर्वाक्ष उसे बेहद सर्द नजरो से घूरते हुए उसके आस पास घूम रहा था |    तभी रवीश बेहद तंज भरी हंसी हंसते हुए बोला ,""_ तुम कभी ऐसा कर ही नही सकते सिलास ,क्यों की अब तुम जिंदा ही नही बचोगे .....| "  " नही नही.. बॉस....please मुझे छोड़ दीजिए मैंने य यह सब खुद से नही किसी और के कहने पर किया था | " सिलास डरते हुए सर्वाक्ष से कह रहा था | सर्वाक्ष अपने हाथ में अब खंजर लिए खड़ा था |     सिलास की लास्ट लाइन सुन उसके चेहरे पर टेढ़ी स्माइल आ गई थी | वह सिलास के बेहद करीब आया,और बिना कोई वार्न दिए उसके हथेली पर घोंप दिया |      " अअह्ह्ह्ह्ह नही नही..... अअह्ह्ह्ह्ह.....| " सिलास की दर्दनाक चिक निकल गई |   सिलास उस दर्द से उभरता उससे पहले ही रवीश बुरी तरह उसके ऊपर खंजर से वार कर गया | सिलास चिल्ला ही रहा था की सर्वाक्ष ने गुस्से से उसके जीव भी कांट कर फेंक दिया |      सिलसिला दर्द से छटपटाने लगा ,वह चाह कर अभी अब अपने आवाज नही निकाल पा रहा था | सर्वाक्ष ने खंजर को नीचे फेंका,फिर बुरी तरह सिलास को पीटने लगा |     यह सारा नज़ारा देखने लायक नही था | क्यों की सिलास पर सर्वाक्ष कोई रहम नहीं कर रहा था | वही वह दोनो बॉडीगार्ड अपने आंखे फाड़े यह सब देख रहे थे | और उन्हे ऐसा लग रहा था की वह लोग खड़े खड़े ही कोई दुःस्वप्न देखने जा रहे हैं |         कुछ ही मिनटों में सिलास का बुरी तरह मौत हो गई | सर्वाक्ष को अभी भी चैन नही मिला था क्यों की बस उसने अपने एक दुश्मन को खतम किया था | जिसने सिलास को उसके पास भेजा था उस तक जाना भी तो बाकी था |     यह सब खत्म करने के बाद सर्वाक्ष और रवीश दोनो ही ऑफिस चले गए ,रात्रि की तबियत ठीक नहीं था तो वह दोनो जल्दी ही अपना काम निपटा कर मेंशन लौट गए |     हाल में इस वक्त रात्रि अपने मुंह फुलाए फ़ोन स्क्रोल करते हुए बैठी थी | तभी उसे सर्वाक्ष का गुस्सैल आवाज सुनाई दिया |   " बीवी......| " सर्वाक्ष ने इतना गुस्से से उसे आवाज लगाया  था की डर से रात्रि की हाथ से फोन ही छूट गया था | वह जल्दी से अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी |     सर्वाक्ष गुस्से से उसके ओर आते हुए कहा ,""_ तुम्हे मैने रेस्ट करने कहा था ना ? फिर कमरे से बाहर क्यों आई तुम ? "  रात्रि की दांत भींच गए | वह गुस्से से उसे घूरते हुए अपना फोन उठाई,जो अब टूट गया था | रात्रि फिर गुस्से से अपना फोन फेंक कर बोली,""_ आप इतना चिल्लाते क्यों है मुझ पर ? एक तो मना करने के बाद भी ऑफिस चले गए और आते ही मुझ पर चिल्लाते हुए फोन तोड़ दिया, हुह | "    रवीश भी सर्वाक्ष के पीछे ही आया था | वह रात्रि का फोन उठा कर देखा ,रात्रि का गुस्से से फेंकने से वह पूरी टूट चुका था | वह फिर उसे डस्टबिन में फेंक कर अपने रूम के तरफ जाने को हुआ की तभी रात्रि उसे आवाज लगाते हुए बोली,""_ रवीश भाई ,मैं बहुत दुखी हूं यह मुझसे प्यार ही नही करते | "   रात्रि अपना नाक सिकुड़ते हुए रोने लग गई | रवीश हेल्पलेस हो कर सर्वाक्ष को देखा ,फिर अपना सर हिला दिया |   वही सर्वाक्ष जा कर रात्रि के बेहद करीब बैठा ,रात्रि ने उसे गुस्से से घूरा फिर उससे दूर हटने लगी लेकिन तभी सर्वाक्ष रात्रि का बाजू पकड़ते हुए सख्ती से कहा,""_ क्या कर रही हो तुम ? इस तरह हिलती रहोगी तो तुम्हे दर्द हो जाएगा बीवी,भूलो मत तुम अभी ठीक नही हुई हो | "     रात्रि ने मुंह फुलाए थोड़ी देर उसे घूरा फिर उसके गले लग गई | वही रवीश रात्रि को ही देख रहा था | यह लड़की अभी अभी सर्वाक्ष से ऐसे गुस्सा हो गई थी की जैसे सर्वाक्ष को उसे मनाने ज्यादा ही मेहनत करना पड़ेगा, लेकिन अब पल भर में ही मान गई ?   रवीश अपने में ही बड़बड़ाते हुए बोला ,""_ भाभी का इस तरह मूड स्विंग क्यों हो रहा है ? कही यह प्रेग्नेंट तो नही ...? "   तभी रवीश को किसी की नज़र अपने ऊपर मेहसूस हुई तो वह अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखा, सर्वाक्ष और रात्रि दोनो ही उसे घूर कर देख रहे थे क्यों की दोनो ही उसकी बात सुन लिया था |     रवीश अपने चेहरे पर सिल्ली स्माइल लाते हुए सर्वाक्ष को कुछ कहने को हुआ,की तभी सर्वाक्ष गुस्से से कहा,""_ Get lost....| "   रवीश का मुंह बन गया और वह जल्दी से रफू चक्कर हो गया |     दूसरी तरफ़......  क्रियान्श का विला......   क्रियांश गुस्से से भौकाला गया था ,वह इधर से उधर टहलते हुए किसी को कॉल करने की कोशिश भी कर रहा था लेकिन उधर से उसे कोई रिस्पॉन्स नही मिला |    क्रियाँश गुस्से से फोन को नीचे फेंक कर चिल्लाया,""_ उदय......? "   उदय क्रियाँश का पर्सनल असिस्टेंट था | वह जल्दी से भाग कर आते हुए कहा ,""_ बो.....बॉस वह आदमी पकड़ा गया है और मुझे लगता है अब तक उस गैंगस्टर से उसे मार भी डाला होगा | "      क्रियाँश गुस्से से असिस्टेंट का कालर पकड़ कर अपने दांत पीस कर कहा ,""_ मुझे वह आदमी नही वह लड़की रात्रि चाहिए .....,सुना तुमने ? मुझे उस गैंगस्टर की बीवी चाहिए | "     वह आदमी लाचारी में क्रियाँश को देखने लगा | क्रियांश के लिए उसने करोड़ा का डील साइन करवा कर सर्वाक्ष को फ्रांस भिजवाने का प्लान करा ताकि वह लोग आसानी से रात्रि को अपने कब्जे में ले सके लेकिन एंड वक्त पर सर्वाक्ष का ट्रिप कैंसल हो गया था |        क्रियांश पागलों की तरह चिल्लाते हुए कहा ,""_ मुझे वह चाहिए उदय....,कुछ भी करो बस उस लड़की को उठाओ | "     क्रियाँश जा कर सोफे पर बैठ गया लेकिन गुस्से से तेज़ तेज़ सांस लेने लगा |    खुराना मेंशन......    ध्रुव अपने रूम के तरफ जा रहा था | तभी उसके फोन में कुछ नोटिफिकेशन का बीप साउंड बजा | ध्रुव ने रुक कर अपना फोन चेक किया | उसे डॉक्टर शालिनी की नंबर से मेसेज आया था |      ध्रुव ने फिर मैसेज ओपन कर देखा ,शालिनी ने उसे इस वक्त डिनर पर इन्वाइट किया था | शालिनी को याद कर ध्रुव के चेहरे पर हल्की सी स्माइल आ गई लेकिन अगले ही पल उसके चेहरे पर गुस्सैल भाव नजर आ गए |     उसे अचानक से रात्रि की बात याद आ गई थी जो उसने कहा था की उससे दूर रहे | ध्रुव कुछ सोचते हुए शालिनी को मना कर रूम में चला गया |    सर्वाक्ष का रूम......    सर्वाक्ष इस वक्त सोफे पर बैठ कर अपने लैपटॉप में काम कर रहा था | वही रात्रि उसके गोद में ही सर रख कर लेटी हुई थी | वह बोली,""_ अक्ष...., मैं कल से ऑफिस आऊंगी | "    सर्वाक्ष बिना उसे देखे ही अपना काम करते हुए कहा,""_ नही बीवी.....,तुम अगले एक मंथ तक ना कॉलेज जाओगी और नाही ऑफिस ,तुम्हे सिर्फ रेस्ट करना है बच्चा | "    रात्रि चिढ़ कर उठ गई | वह फिर सर्वाक्ष का चेहरा अपने तरफ घुमा कर बोली,""_ क्या मतलब है आपका ? मै ऐसे बोर हो जाऊंगी अक्ष...| "  सर्वाक्ष उसका गाल पिंच करते हुए कहा ,""_नही होगी बीवी...,मीना है ना यहां तुम्हे कंपनी देने के लिए ....| "    रात्रि का चेहरा गुस्से से भर गया | वह बोली,""_ नही...,रवीश भाई से मेरी बात हुई है ,उन्होंने कहा की मैं ऑफिस कभी भी ज्वाइन कर सकती हु |     सर्वाक्ष बिना एक्सप्रेशन लिए अब उसे घूर रहा था | वह सर्द मगर बेहद धीमी आवाज में कहा ,""_ मैने कहा ना बीवी...,नही मतलब नही | "   सर्वाक्ष का गुस्सैल औरा देख रात्रि थोड़ा सहम गई | वह सर्वाक्ष को बिना कुछ कहे उठ कर बेड के पास जाने को हुई की तभी उसे सर्वाक्ष की बात सुनाई दी,     " अच्छा ,ठीक है आ जाना कल...| "     रात्रि जल्दी से मुड़ कर सर्वाक्ष को देखी,सर्वाक्ष उसे ही देख रहा था | वह फिर उठ कर उसके पास गया | रात्रि की चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ गई थी | वह उससे पूछी,""_ आप सच कह रहे है ना ? "  सर्वाक्ष रात्रि को अपने गोद में उठा कर उसे आराम से लेटाया फिर उसके ऊपर आते हुए हल्के गुस्से में कहा,""_ मैंने कभी झूठ बोला है तुमसे ? "   रात्रि अपना सर ना में हिलाई,फिर सर्वाक्ष के पूरे चेहरे पर किस करने लगी | सर्वाक्ष की आंखे अपने आप ही बंद हो गए थे |   अब क्या होगा इस कहनी में ? कोनसा नए नए मोड़ आएंगे जानने के लिए पढ़ते रहिए,  Â

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