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Chapter 25

chapter 25

Love With My Beast Husband

अब आगे ......      सर्वाक्ष अपने आंखे बंद कर रात्रि के ऊपर लेटा हुआ था | वही रात्रि उसके चेहरे को अपने दोनो हाथो में भर कर भारी भारी से उसके पूरे चेहरे पर किस कर रही थी |       वही सर्वाक्ष का एक हाथ धीरे से रात्रि की ताहि को सहलाते हुए अलग ही जगह पर सरकने लगा था | अचानक से रात्रि की आंखे बड़ी हो गई,वह रुक कर सर्वाक्ष को देखने लगी |    सर्वाक्ष के चेहरे पर बेहद तिरछी स्माइल था | वह रात्रि के होंठो के करीब झुकने लगा | रात्रि की सांसे अटक गए थे क्यों सर्वाक्ष के उंगलियां कभी उसके दोनो ताहि पर फिरते तो कभी बीच में stuck हो जाता | रात्रि ने अटकते हुए उससे कहा ,""_ अ आह...ummmm ..अक्ष आ..., आप यह क्या कर रहे है ? "   " क्या कर रहा हु बीवी ? " सर्वाक्ष अपना हरकत जारी रकते हुए बेहद husky voice में रात्रि से पूछा | रात्रि का चेहरा किसी टमाटर की तरह लाल हो चुका था | वह शर्म से अपने निचले होंठो को चबाते हुए अपना चेहरा एक तरफ झुकाली |    वही सर्वाक्ष रात्रि के गाल पर बेहद प्यार से चूमते हुए अब उसके कमर को सहलाने लगा | रात्रि उसके नीचे सिहरते हुए ज्यादा ही मचल रही थी और उसकी मुंह से हल्के हल्के से आहे भी निकल रहे थे |  " Mmmmm....ummmmm अक्ष.....| "     अक्ष उसके निचले होंठो को हल्के से काटा फिर रात्रि की ड्रेस को उसके कंधे से नीचे सरका कर उसके कालरबोन को चूमने लगा | रात्रि के कांपती हाथ अब सर्वाक्ष के दोनो गालों पर सरकने लगे | सर्वाक्ष के होंठ धीरे धीरे रात्री के सीने के  तरफ बढ़ने लगे |    रात्रि अब सिसकियां निकाल रही थी | और उसके दोनो हाथ सर्वाक्ष के बालो में घूमने लगे थे | वही सर्वाक्ष तो पूरी तरह बहक चुका था,वह पूरी तरह रात्रि की कमर पर टूट पड़ा था |     सर्वाक्ष इस वक्त जिस तरह रात्रि को चूम रहा था उससे रात्रि का पेट हल्के हल्के से ऊपर उठ रहा था | सर्वाक्ष जैसे जैसे अपने हरकत कर रहा था ,वैसे वैसे वह रात्रि की कपड़े उसके बदन से अलग भी करते जा रहा था |     सर्वाक्ष अपना सर ऊपर कर रात्रि को एक नज़र देखा,फिर उसके चेहरे के करीब जाते हुए खुद को उसके अंदर समा लिया |    " अअह्ह्ह्ह्ह अक्ष.....!!! " रात्रि की दोनो हाथ कसके बेडशीट को मुट्ठी में भर लिया | दर्द से उसके आंखे भींच गए थे और आंखों के कोने से आंसू भी बह गए थे |    तभी सर्वाक्ष बेहद प्यार से उसके माथे पर किस करा,रात्रि ने अपने आंखे खोला ,तभी सर्वक्ष उसके गाल को सहलाते हुए पूछा ,""_ थोड़ी देर बाद दर्द नही होगा बीवी ....? "   रात्रि ने शर्म से अपना चेहरा दूसरी तरफ फेर लिया | उसका इस तरह शर्माना, नजरे झुकाना,सर्वाक्ष को पागल बना रहा था | वह रात्रि का चेहरा अपने तरफ घुमाया फिर उसे चूमते हुए मदहोश भरा आवाज में कहा,""_ I love you bivi....| "  रात्रि आहे भरते हुए उसे ही देख रही थी,वह फिर जल्दी से सर्वाक्ष के सीने में अपना चेहरा छुपाते हुए बोली,""_Love you too aksha....| "    रात भर उनका यह प्यार का खेल ऐसा ही जारी रहा | रात्रि का तबियत उतना भी ठीक नही था तो सर्वाक्ष ने उसके साथ जेंटली फेश आया था | सुबह के चार बजे की आस पास सर्वाक्ष रात्रि से अलग हुआ ,रात्री थक हार कर कब का सो गई थी |    सर्वाक्ष उसके माथे पर किस किया,फिर उठ कर वॉशरूम चला गया | थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष पूरी तरह ब्लैक आउट पीट में रेडी हो कर बाहर आया,लेकिन उसके हाथ में एक व्हाइट शर्ट था |      वह रात्रि के पास आ कर उसे वह शर्ट पहनाया,फिर उसे आराम से लेटा कर उसका गाल सहलाते हुए उसे थोड़ी देर देखा | फिर उठ कर बाहर चला गया |      सुबह के 9 बजे की आस पास रात्रि की नींद खुली,वह अंगड़ाई लेते हुए उठने को हुई लेकिन तभी उसे अपने बदन में तेज़ दर्द मेहसूस हुआ |    " अअह्ह्ह्ह्ह....| "          रात्रि करहाते हुए उठ कर बैठ गई | फिर आस पास अपने अक्ष को डूंडने लगी की तभी उसके कान में सर्वाक्ष का आवाज सुनाई दिया |    " मॉर्निग बीवी....| "      रात्रि क्लोसेट रूम के डोर को टिक कर खड़े अपने हैंडसम सा पति को देख मुस्कुराई,फिर वही से एक किस पास करते हुए अपना आईविंक की | रात्रि की इस हरकत से सर्वाक्ष गिरते गिरते बच गया | उसे नही लगा था उसकी बीवी उसे इस तरह का रिस्पॉन्स देगी |   वही रात्रि मुस्कुराते हुए उठ कर सर्वाक्ष के करीब गई | सर्वाक्ष ने उसे पहले घूरा फिर सख्ती से कहा ,""_ बीवी....,तुम मेरे साथ फ्लर्ट कर रही हो ? "     रात्रि नज़ाकत से अपने बाहें सर्वाक्ष के गले में लपेट कर बोली,""_ Yes My Gangster Hubby..., आप मेरे इकलौते पति , बॉयफ्रेंड,लवर हो ....अगर मैं आपके साथ फ्लर्ट नहीं करूंगी.. तो किसके साथ करूंगी .....?, क्या आप चाहते हैं कि मैं किसी और के साथ फ्लर्ट करू? "   " रात्रि.....!!! "     गुस्से से सर्वाक्ष ने उस पर चिल्लाया तो रात्रि एक दम से सहम कर बीगी बिल्ली बन गई | वही सर्वाक्ष को उसकी लास्ट लाइन बिलकुल पसंद नही आया था | वह गुस्से से उसे और कुछ कहता उससे पहले ही रात्रि डर कर वाशरूम में भाग गई |   वही सर्वाक्ष की दांत भींच गए थे | वह फिर गुस्से से बाहर चला गया |     कुछ देर बाद.....    ध्रुव इस वक्त हॉस्पिटल चला गया था, तो रवीश सर्वाक्ष से पहले ही ऑफिस के लिए निकल गया था | तभी रात्रि सीढ़ियों से उतर कर नीचे आई, सर्वाक्ष हाल में ही बैठ कर अपने फोन में कुछ मेल्स चेक कर रहा था |     रात्रि को उससे बात करने भी डर लग रहा था | वह उसके पास जा कर हल्के से खांसी,""_अहम...अहम....| "     सर्वाक्ष ने अपना सर ऊपर कर रात्रि को देखा,जो नीचे फर्श को घूरते हुए उसके सामने खड़ी थी | वह उठा,फिर उसका हाथ पकड़ कर बाहर चला गया |   कार में....,       सर्वाक्ष सामने देखते हुए ड्राइव कर रहा था | वही रात्रि पीछे छूट रही सड़को को घूरते हुए सर्वाक्ष को मनाने के बारे में सोच रही थी | फ्लर्ट करने की चक्कर में उसने लास्ट में जो बकवास सवाल सर्वाक्ष से पूछी थी ? उससे सर्वाक्ष नाराज हो गया था या यू कहे की वह उससे बात ही नही कर रहा था |         तभी रात्रि की आंखे एक लड़की पर गई जो हड़बड़ी में ट्रैफिक का रूल्स तोड़ते हुए कही भागते हुए जा रही थी | रात्रि जल्दी से सर्वाक्ष का हाथ पकड़ते हुए बोली,""_ अक्ष.... अक्ष ....Stop the car......| "        सर्वाक्ष ना समझी में उसे देखा फिर ट्रैफिक सिग्नल को देखा वह इस वक्त कार को इस तरह बीच में रोक ही नही सकता था | वह रात्रि से बोला,""_ क्या हुआ रात्रि...? " रात्रि अभी भी उस लड़की की तरफ बेचैनी से देख रही थी | वह चिल्लाते हुए बोली,""_ Aksh I said Stop the Car......| "     सर्वाक्ष को समझ नही आ रहा था की रात्रि को अचानक से क्या हुआ ? उसने जल्दी से ब्रेक लगा दिया | वही रात्रि बिना सोचे समझे कार से बाहर आ गई |     इस वक्त वहा ट्रेफिक का ग्रीन सिग्नल था तो सारे व्हीकल्स इधर से उधर बिना रुके जाने लगे थे और उनके बीच ही रात्रि दौड़ रही थी | सर्वाक्ष की मानों सांस ही अटक गए | देखते ही देखते उसकी बीवी अब बीच रास्ते में खड़ी थी |     सर्वाक्ष जल्दी से कार से बाहर आया,और रात्रि को आवाज लगाते हुए उसके करीब जाने लगा |           "  रात्रि.....,रात्रि रुक जाओ | "    रात्रि बेचैनी से बस आस पास उस लड़की को डूंड रही थी जो अब उसके आंखो से ओजल हो गईं थी | रात्रि मुड़ने को हुई की तभी उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई, क्यों की सामने से एक ट्रक उसके ओर ही बढ़ रहा था |      वह चिल्लाते हुए डर कर नीचे बैठने को हुई की तभी किसी ने उसे अपने तरफ खींच लिया | रात्रि कसके अपने आंखे बंद कर उस इंसान की शर्ट को कसके पकड़ी ली जिसने उसे अभी अभी सामने आ रहे ट्रक से बचाया था ,लेकिन जब उसे एहसास हुआ की जिसके बाहों में वह गिरी है वह उसका अक्ष नही है ? तो रात्रि झट से उससे अलग हो कर दूर खड़ी हो गई |         सामने क्रियांश जादव खड़ा था | उसने ही रात्रि को बचा लिया था | वही क्रियांश को देखते ही रात्रि की कदम लड़खड़ा गए | वह उसे देख चिल्लाते हुए सर्वाक्ष का नाम ली,""_ सर्वाक्ष......ssss..|      सर्वाक्ष उसके पीछे ही था वह उसके पास पहुंचता उससे पहले ही क्रियाँश ने रात्रि को अपने तरफ़ खींच लिया था | रात्रि बिना रुके सर्वाक्ष का नाम चिल्लाते जा रही थी |           " सर्वाक्ष.......sss ....... सर्वाक्ष.....sss "         रात्रि इतना जोर जोर से चिल्ला रही थी की उसकी पूरे चेहरे पर नसे तक नजर आने लगे थे | आंखे पूरी तरह लाल हो कर आंसुओ से भीगते जा रहे थे |    सर्वाक्ष जल्दी से रात्रि को अपने बाहों में भरते हुए बोला ,""_ बीवी... मै यही हो.....| "    रात्रि की नज़र अभी भी क्रियाँश पर ही टिकी थी | और वह सर्वाक्ष के बाहों में होते हुए भी उसे चिल्लाते हुए आवाज लगा रही थी | सर्वाक्ष को समझ नही आया की रात्रि इस तरह अचानक से पैनिक क्यों कर रही है ?     वह बोला ,""_ बच्चा...., मैं यही हू शांत हो जाओ...| "     " रात्रि.....| "       सर्वाक्ष ने रात्री का नाम थोड़ा तेज़ आवाज़ में लिया ,वह एक दम से होश में आ गई लेकिन सर्वाक्ष को देखते ही वह बेहोश हो गई |     " रात्रि....रात्रि आंखे खोलो अपनी ? रात्रि....|." सर्वाक्ष उसके गालों को थपथपाते हुए उसे आवाज लगाने लगा लेकिन रात्रि पूरी तरह बेहोश हो गई थी |      वही क्रियाँश को देख अब तक सर्वाक्ष के सारे बॉडीगार्ड्स एक्शन में आ कर सर्वाक्ष के चारो और फैल गए थे | तो वही दूसरी तरफ क्रियांश भी अपने आदमियों के साथ खड़ा था | रात्रि को सर्वाक्ष के बाहों में देख उसका खून खौल रहा था लेकिन उसे समझ नही आया था की रात्रि उसे देख इतना क्यों चिल्ला उठी ?     वही सर्वाक्ष गुस्से से क्रियाँश से कहा ,""_ क्या किया तुमने मेरी बीवी को ? हा ? अगर इसे कुछ हुआ ? तो याद रखना क्रियाँश जादव, मैं तुम्हे कही का नही छोडूंगा | "   सर्वाक्ष जल्दी से रात्रि को अपने गोद में लिया और कार के पास गया | क्रियाँश की हाथो की मुट्ठी बन गई थी | सर्वाक्ष का हिम्मत कैसे हुई उसे धमकी देने की ?    वह अपना गन निकालने को हुआ की तभी उदय आस पास का माहौल देख कर उसे वहा से ले गया |           कार में .....    " रात्रि.....रात्रि आंखें खोलो बच्चा ...रात्रि.....| "  सर्वाक्ष रात्रि के चेहरे पर पानी की हल्की छींटे मारते हुए उसे उठाने की कोशिश करने लगा |     रात्रि अब धीरे धीरे होश में आ रही थी | सर्वाक्ष उसके बालो को सहलाते हुए कहा ,""_ रात्रि .....wake up.| "   रात्रि ने धीरे से अपने आंखे खोला , सर्वाक्ष उसे बेचैनी से देख रहा था | रात्रि जल्दी से उठ कर कसके उसके गले लग गई |           दूसरी तरफ ....   हॉस्पिटल में .....,     ध्रुव अपने हेड चेयर पर बैठ कर गुस्से से फोन में कुछ स्क्रोल कर रहा था | वह इस वक्त डॉक्टर शालिनी की इनफॉर्मेशन ही चेक कर रहा था ,जिसे देख उसका जबड़ा कस गया था | वह अपने मन में बोला ,""_ मतलब यह डॉक्टर शालिनी यहां अपना एक अलग ही मकसद लिए आई  है.....mmmmm लेकिन क्या ? "   ध्रुव गुस्से से उठ कर बाहर चला गया | वही वीआईपी वार्ड से बाहर आ कर एक लेडी डॉक्टर अपने चैंबर की तरफ जा रही थी की तभी उसे ध्रुव का गुस्सैल आवाज सुनाई दिया....,     " डॉक्टर मीरा...? "    वह लेडी डॉक्टर जल्दी से मुड़ कर ध्रुव को देखी ,ध्रुव उसके पीछे ही आ खड़ा था | वह डरते हुए अपना कदम पीछे ली , फिर थोड़ा हकला कर बोली,""_ स.. सर.....आपने मुझे डरा दिया | "  ध्रुव का औरा बेहद सख्त था | वही मीरा उस देख अपने मन में बोली,""_ बिना शोर मचाए ऐसे पीछे से कोन आता है ? यह अभी सचमुच मुझे दिल का दौरा दे देते....| "    ध्रुव ने सख्ती से कहा ,""_ अहम...,मुझे वार्ड नम्बर  6 और 9 के मरीज़ों का रिपोर्ट्स चाहिए ,अभी के अभी | "    अभी...? " मीरा बड़बड़ाते हुए रिपोर्ट्स लाने जाने को हुई की तभी उसे सामने से डॉक्टर शालिनी आते हुए नज़र आई,शालिनी का पूरा ध्यान ध्रुव पर था | यह देख मीरा की हाथो की मुट्ठी भींच गई |    डॉक्टर शालिनी मुस्कुराते हुए ध्रुव के करीब आ कर बोली,""_ hello doctor Dhruv....| "      ध्रुव का औरा और सर्द हो गया | उसने ठंडेपन से कहा ,""_ mmm 🥶....| "   तभी शालिनी उसे एक रिपोर्ट दिखाते हुए उसके बेहद करीब आ कर बोली,""_ डाक्टर क्या आप मुझे इस रिपोर्ट के बारे में बता सकते हैं ? "     शालिनी को ध्रुव के उतना करीब जाता देख मीरा को अजीब सी बेचैनी हो रही थी | उसकी हाथो की मुट्ठी भींच गए थे |   वही शालिनी जानबूझ कर ध्रुव के करीब झुक रही थी | उसे मीरा से कोई लेना देना नही था और वह यह सब मीरा को जलाने के लिए भी नही कर रही थी | उसका मकसद सिर्फ ध्रुव को अपने जाल में फसाना था |       मीरा को बिलकुल बर्दाश्त नही हो रहा था तो वह चिल्ला उठी ,""_ ध्रुव सर......ssssss.....| "   ध्रुव और शालिनी दोनो ही अपने कान पकड़ते हुए मीरा के तरफ मुड़ कर देखे | मीरा गुस्से से उन दोनो को घूर रही थी | शालिनी की आंखे छोटी हो गई ,वही ध्रुव ने गुस्से से कहा ,""_ तुम चिल्ला क्यों रही हो ? "   मीरा हड़बड़ा गई | वह चिल्लाई क्यों ? मीरा को खुद नही पता चला था की वह शालिनी और ध्रुव को इतना करीब देख जली क्यों ? और बिना सोचे उन पर चिल्लाई क्यों ?    वह बड़बड़ाते हुए बोली,""_ मैने चिल्ला तो दिया लेकिन अब मुझे क्या करना चाहिए ? "    मीरा थोड़ा हकलाते हुए बोली,""_ मैं.. मैं.. मैं नहीं जानती कि रिपोर्ट्स कहां हैं...?लगता है मैंने उन्हें खो दिया है | "   What....? " ध्रुव गुस्से से कहा ,वह फिर वार्ड में जाते हुए कहा ,""_मेरे साथ आइए ....|    मीरा उसके पीछे भागा गई | वही शालिनी की दांत भींच गए थे | वह गुस्से से अपने मन में बोली,""_ what the hell...? क्यों कुछ भी मेरे प्लान के मुताबिक नहीं हो रहा है ? मुझे जल्द से जल्द इस डॉक्टर ध्रुव का विश्वास जीतना है..,. मुझे ऑर्गन की जरूरत है,oh god | "  शालिनी फ्रस्ट्रेट हो कर बाहर चली गई |  दूसरी तरफ......  कार में ....   रात्रि सर्वाक्ष को कसके गले लग कर अभी भी वैसे ही उसके बाहों मे बैठी थी | वही सर्वाक्ष उसके सर पर हाथ फेरते हुए उसे नॉर्मल होने को कह रहा था | रात्रि धीरे धीरे नॉर्मल भी हो रही थी और उसका कपकपाहट भी अब कम होते जा रहा था |    थोड़ी देर बाद वह अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी, सर्वाक्ष इस वक्त ज्यादा ही बेचैन हो कर उसे ही देख रहा था | वह उसके चेहरे को अपने हाथो में भर कर कहा ,""_ क्या हुआ बीवी...? तुम कार से बाहर क्यों उतरी ? किस को ढूंढ रही थी तुम ? और उस आदमी ने तुम्हारे साथ कुछ किया क्या ? तुम उसे देख उस तरह चिल्लाई क्यों ? "    रात्रि को ऐसा देख सर्वाक्ष के मन में बहुत सी सवाल उठ गए थे | रात्रि ने उसके किसी भी सवाल का कोई जवाब नही दिया और सीधे उसके गले लग गई |      वही सर्वाक्ष की आंखे कसके भींच गए | वह अपने मन गुस्से से बोला ,""_ इस लड़की की यही प्रोब्लम है,सारे बकवास सुनलो इससे लेकिन वह नहीं बताती जो मेरा जानना जरुरी होता है | "   रात्रि सर्वाक्ष के सीने में अपना सर टिका कर उसके शर्ट के बटन से खेलने लगी थी |     क्या होगा आगे इस कहानी में ? रात्रि क्रियांश को देख कर इस तरह चिल्लाई क्यों ? सर्वाक्ष और रात्रि का कैसा टक्कर होगा ? जानने के लिए पढ़ते रहिए Â

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