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Chapter 23

chapter 23

Love With My Beast Husband

 अब आगे ......     रात्रि इस वक्त चुपचाप लेटी हुई थी | और ध्रुव उसका चेकअप कर रहा था | सर्वाक्ष भी वही था ,तभी रवीश भी अंदर आया | रात्रि ने उन तीनो को एक नज़र देखा,वह तीनों ही उससे इतना नाराज हो गए थे की उससे बात तक नही कर रहे थे |    रात्रि पिल्ला जैसा चेहरा बना कर उन तीनो को देखते हुए अपने मन में बोली,""_ मुझे कुछ करना होगा ,वरना यह तीनो इस तरह साइलेंट ट्रीटमेंट देते हुए मुझे मार ही डालेंगे | "     रात्रि ने धीरे से ध्रुव का हाथ पकड़ कर कहा,""_ ध्रुव भाई...,आप भी मुझसे नाराज़ है ? "    ध्रुव ने एक नजर सर्वाक्ष को देखा,फिर रात्रि से थोड़ा रूखापन से कहा ,""_ क्या मैं जान सकता हु .... ,आपने इस तरह का ख़तरनाक कदम क्यों उठाया ? "    रात्रि को समझ नही आ रहा था की वह इन तीनो को कैसे समझाए ? वह अगर सर्वाक्ष को जाने देती तो इस वक्त उसकी जगह सर्वाक्ष होता | वह दर्द में तड़पते रहता जो उससे हरगिज़ बर्दाश्त नही होने वाला था |   वही रवीश बेहद नाराज़गी से रात्रि को घूर रहा था | वह आगे आ कर बोला,""_ आपको इस हाल में देख कर अक्ष कितना तड़पते हुए रो रहा है ,आपको अंदाज भी है ? उस सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद वह खुद को ही दोषी मानते हुए कितना तकलीफ़ सह रहा है आपको पता नही भाभी, गलती आपने खुद किया है लेकिन दोषी मेरा अक्ष को ठहराया गया |  "   रात्रि नम आंखों से सर्वाक्ष को देखने लगी | तभी रवीश आगे बोला ,""_ अक्ष को हमने कभी टूटते हुए या तकलीफ़ सहते हुए नही देखा था ,लेकिन आपकी वजह से उसे तड़पते हुए रोता देख हमारा दिल भी बुरी तरह दुख गया,लेकिन आपको इससे क्या ही फरक पड़ता....?  "  " shut up Ravish., तुम उससे इस तरह बात नही कर सकते | " रात्रि को रोता देख सर्वाक्ष रवीश पर गुस्से से चिल्लाते हुए कहा |    सर्वाक्ष को रवीश किसी के लिए कमज़ोर होते हुए देखा था तो वह सिर्फ रात्रि के लिए था | जो इंसान किसी के लिए रहम नहीं खाता वह कल रात टूट कर बिखर चुका था | रात्रि को सही सलामत देखने के लिए उसका दोस्त पल पल कितना तड़पा था उसने आपने आंखो से देखा था तो वह इस वक्त चुप कैसे रहता ? वह सर्वाक्ष से कहा ,""_क्यों  ? मैं इन्हे कुछ गलत तो नहीं कह रहा हु न अक्ष ? इन्हे भी तो पता चले की तुम इनसे कितना प्यार करते हो ? उनका इस तरह गलती करना तुम्हे कितना तकलीफ देता है उन्हे भी तो पता चले | "  " Ravish....please calm down...| " ध्रुव रवीश को चुप कराते हुए कहा |    फिर उसने रात्रि से कहा,""_आपने अक्ष से कहा की अगर वह इस बिजनेस ट्रिप पर जाएगा तो उसके साथ कुछ होगा, इसीलिए आपने उसे रोकने की हर मुमकिन कोशिश की और जब वह नहीं माना तो आपने खुद के साथ ही इतना सब कर डाला , क्यों ? मुझे तो लगता है यह कोई बुरी ख्यालात नही बल्कि कुछ और ही है am I right भाभी ? "   रात्रि हैरानी से ध्रुव को देखते हुए अपने मन में बोली,""_ अब मैं इन्हे क्या कहूं ? "      सर्वाक्ष एक टक रात्रि का चेहरा देख रहा था जो अजीब सी उधेड़बुन में फसी हुई लग रही थी | वह उसके बेहद करीब जा कर ठंडेपन से बोला ,""_ कुछ चुप रही हो हमसे ? I am Sure बात कुछ और ही है बीवी, वरना इस तरह के कदम तुम उठाती ही नहीं | "  रात्रि एक दम से खामोश हो गई थी क्यों की उसे समझ ही नही आ रहा था की वह सर्वाक्ष से कहे तो क्या कहे ?    तभी रवीश बोला,""_ हम कुछ पूछ रहे है भाभी..? जवाब दीजिए...? "   तभी ध्रुव भी कहा ,""_ अब आप शांत क्यों हो गई भाभी ? "   रात्रि नम आंखों से उन तीनो को देख नाराज़गी भरी लहजे में बोली,""_ आ.... आप तीनो कितने बुरे है ? मैं कितनी तकलीफ में हू ,मेरे हाथ पैर टूट गए है लेकिन आप तीनो को बस यह जानना जरूरी लग रहा है की मैने सर्वाक्ष को जाने से क्यों रोका ? "    सर्वाक्ष का औरा एक दम से कोल्ड हुआ | वह रात्रि का चेहरा पकड़ कर उसके आंखो में देख बेहद ठंडे लहजे में कहा ,""_ don't be childish bivi.. it's serious...| "  सर्वाक्ष का औरा और उसका बात करने का टोन देख रात्रि एक दम से सहम गई | वह फिर ध्रुव और रवीश को एक नजर देखी वह दोनो भी इस वक्त अक्ष जितना ही डरवाना लग रहे थे | आखिर वह तीनो क्रूएल गैंगास्टर्स ही तो थे |     रात्रि धीरे से सर्वाक्ष से अपना चेहरा छुड़वाते हुए बोली,""_अच्छा ठीक है मैं बताती हु...आप लोग मुझे इस तरह मत देखिए | "  "  वह....वो बता यह है की ....? " रात्रि इतना बोल कर चुप हो गई |     सर्वाक्ष : 🤨   रात्रि रुक कर बड़बड़ाते हुए अपने मन में बोली,""_ चलो मैं इन्हे ऐसे झूठ बोल देती हु जिस पर इन तीनो को भरोसा हो जाएं | "   रात्रि सर्वाक्ष को देख धीरे से बोली,""_ मुझे कुछ दिन पहले एक लेटर मिला था अक्ष जिसमे लिखा था की , सर्वाक्ष खुराना एक बिजनेस ट्रिप के लिए फ्रांस जा रहा, तो उसका हत्या कर दिया जाए | "     सर्वाक्ष अपने आंखे छोटी कर बड़े ही शक भरी नजरो से रात्रि को देखने लगा | उसने सख्ती से कहा ,""_ तुमने उस लेटर पर विश्वास कैसे किया रात्रि ? जब की दो दिन पहले भी मैंने किसी भी तरह के बिजनेस ट्रिप के बारे में नही सोचा था,वह तो मेरा जाना उसी दिन तय हुआ था जब मैंने तुम्हे ट्रिप जाने के बारे में बताया था,तो फिर यह कैसे पॉसिबल है बीवी? "    रात्रि खुद को बेहद कॉन्फिडेंट दिखाते हुए बोली,""_ यही तो बात है अक्ष...,उस इंसान को इसके बारे में कैसे पता चला ? जब मैंने वह पत्र पढ़ा तो मुझे लगा जैसे वह झूठ है,जरूर किसी ने मेरे साथ मजाक किया होगा,लेकिन जब आपने मुझे बताया कि आप ट्रिप जा रहे है तो मुझे वह लेटर याद आया और मुझे आपकी फिकर होने लगी |    रवीश और ध्रुव एक टक हैरानी से कभी रात्रि को देख रहे थे तो कभी सर्वाक्ष को | रात्रि ने आगे कहा ,""_ अक्ष.... उस लेटर में कहा गया था कि आप उस मीटिंग को अटेंड करने खुद ही अकेले जाएंगे और यह सब आपके दुश्मनों के प्लान के मुताबिक व्यवस्थित किया गया था और आपके ऑफिस में उनका एक आदमी भी है जो हर वक्त आपकी डिटेल्स को आपकी दुश्मनों तक पहुंचा रहा है | "    रात्रि ने इतना बोल कर सर्वाक्ष ,रवीश और ध्रुव को देखने लगी | वे लोग उसकी बताए हुए बातो में उलझ गए थे | वही रात्रि अपने मन में बोली,""_जब पिछले जन्म में आपके साथ यह सारा साज़िश हुआ तो आपने खुद यह सब जांच किया था की आपके ही ऑफिस में कोई गद्दार है जो आपकी हर एक शेड्यूल को आपकी दुश्मन तक पहुंचा रहा है | "    रात्रि ने यहां ज्यादा झूठ नही कहा था | उसने वही सब बताया था जो उसके पिछले जन्म में हुआ था लेकिन लेटर वाली बात झूठ था क्यों की वह अपने पिछले जन्म के राज और अपनी फीलिंग्स को बता नही सकती थी |   रात्रि धीरे से सर्वाक्ष का हाथ पकड़ कर हल्के से उसके हथेली को दबाते हुए बोली,""_ मैं जानती हूं कि मैंने बचकानी हरकत की, लेकिन मैं नहीं चाहती थी कि आप इस ट्रिप जा कर घायल हो जाए |    सर्वाक्ष ने कहा ,""_ वह लेटर कहा है बीवी ? मुझे वह देखना है | "   रात्रि की माथे पर पसीना छूटने लगा | तभी रवीश आगे आ कर बोला ,""_ हाँ भाभी,वह लेटर कहा है ? हमें देखना है कि वह कौन है जो हमारे दुश्मनों तक हमारी बाते पहुंचा रहा है ? "   तभी ध्रुव भी कहा ,""_ हाँ भाभी ..वह लेटर कहाँ है ?  हम उसकी हैंडराइटिंग देख सकते हैं,इससे हमें यह जानने में मदद मिल सकती है कि वह व्यक्ति कौन है ,जो अक्ष को अपने दुश्मनों की हवाले करना चाहता है ?"    रात्रि बोली,""_ अ...अब उस लेटर को देखने का कोई फायदा नहीं है भाई | "   सर्वाक्ष की आंखे छोटी हो गई,वह उससे पूछा ,""_ क्या मतलब है तुम्हारा ? "   रात्रि बोली,""_ अक्ष वह लेटर अब ब्लैंक है | "  रवीश और ध्रुव ना समझी में एक दूसरे को देखने लगे | तभी सर्वाक्ष ने उससे पूछा ,""_ तुम्हारा कहने का मतलब क्या है बीवी ? "   रात्रि बोली,""_ अक्ष ,उस शख्स ने उसे ऐसे ( ink) स्याही से लिखा था जो कुछ समय बाद अपने आप धुंधली हो जाती है,जब मैंने वह लेटर पढ़ा तो स्याही फीकी पड़ गई थी,मेरे पढ़ने के बाद तो वह पूरा का पूरा ब्लैंक हो गया ,मैने आपको दिखाने के बारे में सोचा भी था लेकिन उस लेटर में जो भी लिखा था वह अपने आप ही ब्लैंक हो गया था ,तो मैं कुछ कर न सकी | "    रात्रि इतना बोल कर मन ही मन खुद को शांत करने लगी | उसने कितनी मुश्किल से यह सब कहानी बनाया यह वही जानती थी |   सर्वाक्ष अभी भी रात्रि को देख रहा था | तभी रवीश ने कहा ,""_ हमे इन सबकी जांच करनी पड़ेगी अक्ष,किसने इतना बड़ा साज़िश किया और वह गद्दार कोन है जो हमारे बीच है ? मैं पता लगाता हू,तुम भाभी का ख्याल रखना | "      सर्वाक्ष ने बस सर हिलाया,तो रवीश रात्रि को एक नजर देख कर बाहर चला गया | सर्वाक्ष फिर ध्रुव से पूछा,""_ यह अब ठीक है ना ध्रुव ? "  ध्रुव ने सर हिलाते हुए कहा ,""_ hmmmm...| "  ध्रुव फिर रात्रि को देखते हुए कहा ,""_ भाभी...आप...? Please don't do anything like this ..| "   रात्रि ने बस सर हिलाया | ध्रुव फिर आईसीयू रूम से बाहर चला गया | अब वहा रात्रि और सर्वाक्ष ही बचे थे |     रात्रि एक टक सर्वाक्ष के ओर देख रही थी,जो अब उठ कर उसके लिए एप्पल कट कर रहा था |    सर्वाक्ष फिर रात्रि के पास आ कर उसे सेब खिलाने अपना हाथ आगे बढाया,रात्रि ने उसका हाथ हल्के से झटकाया,फिर नाराजगी से बोली,""_ आपने मुझ पर हाथ उठाया न ? "   सर्वाक्ष का चेहरा एक दम से एक्सप्रेशन लेस हो गया | जब रात्रि जिद्द करते हुए उसे रोक रही थी, तब वह अपने गुस्से को दबा कर रात्रि के साथ अच्छे से फेश आने का ही कोशिश कर रहा था लेकिन रात्रि ने अपनी लिमिट क्रॉस की थी | उसने उससे इतनी मनहूस बात कही थी की सर्वाक्ष का गुस्सा अपने आप कंट्रोल से बाहर हो गया था |     वह रात्रि से सख्ती से कहा ,""_ तुम्हे वजह भी तो याद होगा न बीवी...? जिस तरह की बाते तुमने उस वक्त की थी ना तब मेरा मन तुम्हे और दो तीन थप्पड़ लगाने को कह रहा था ,तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई मुझसे उस तरह की बात करने की ? हम्मम ?     सर्वाक्ष की डांट सुन रात्रि का चेहरा एक दम से रूवासा सा हो गया था | उस वक्त वह बस सर्वाक्ष को रोकने की बारे में सोच रही थी बाकी उसके लिए कोई मायने ही नही रखा था | वह नम आंखों से सर्वाक्ष को देख बोली,""_ मुझे डांटते हुए, मुझ पर गुस्सा किए बिना आपका मन ही नही भरता है ना अक्ष....,ठीक है आप मुझे ऐसे ही सुनाते रहिएगा,प्यार तो आपसे किया ही नही जाता | "   बोलते हुए वह करहाते हुए वही लेट गई | लेकिन उसकी आंखो के कोनो से अब आंसू बहने लगे थे | वही सर्वाक्ष अपने आंखे कसके बंद कर एक गहरी सांस लिया,फिर धीरे से रात्रि के बगल में लेट कर उसे अपने बाहों में लिया |    रात्रि उसके तरफ पीठ कर लेटी थी लेकिन वह अभी भी सिसकते हुए रो रही थी | सर्वाक्ष ने धीरे से अपने एक हाथ को उसके कमर में सरकाते हुए उसके कान के पास जा कर बोला ,""_  I am sorry bivi....| "    रात्रि धीरे से सर्वाक्ष का हाथ अपने कमर से हटा कर उससे नाराज़गी से बोली,""_ not accepted aksh... आप बहुत बुरे है जाइए यहां से.....,मैं आपसे बात नही करूंगी | "     रात्रि का चेहरा अब किसी छोटी बच्ची की तरह फूल गया था | वही सर्वाक्ष उसके चेहरे को अपने तरफ घुमा कर उससे पूछा ,""_सच में चला जाऊं ? "   रात्रि गुस्से से उसे घूरने लगी तो सर्वाक्ष मुस्कुराते हुए उसके माथे पर किस किया ,फिर उसके गाल को सहलाते हुए कहा ,""_ I love you bivi....| "   रात्रि अपने आंखे टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष को ही देख रही थी | वह फिर धीरे से उसके गाल पर हाथ रखते हुए उसके होंठो पर किस कर बोली,""_ I love you बहुत सारा अक्ष...| "     सर्वाक्ष उसके गालों पर भारी भारी से चूमा ,फिर उसके होंठो पर अपना होंठ रख दिया | रात्रि का एक हाथ फ्रैक्चर हुआ था तो दूसरे हाथ धीरे से सर्वाक्ष के सीने में सरकते हुए उसके गर्दन में आ गया |         रात्रि की तबियत ठीक नहीं था तो सर्वाक्ष ने किस को डीप नही किया | वह जल्दी से उसके होंठो को रिहा कर रात्रि की पूरे चेहरे को किस करने लगा |     लेकिन सर्वाक्ष के छोटे छोटे बियर्ड रात्रि की गालों पर अजीब तरह से चुबते हुए गुदगुदी कर रही थी | वह मुस्कुराने लगी ,तभी सर्वाक्ष रुक कर उसे घूरते हुए पूछा ,""_ तुम हंस क्यों रही हो ? "           रात्रि पहले सर्वाक्ष के माथे पर प्यार से किस कि,फिर उसके छोटे छोटे बियर्ड को छूते हुए बोली,""_ इनकी वजह से ...,यह मेरे गालों में चूबते हुए गुदगुदी कर रहे है | "  सर्वाक्ष ने अपने बियर्ड पर हाथ फेरा ,फिर रात्रि की निचले होंठो को सहलाते हुए कहा ,""_ तुम रेस्ट करो, मै इन्हे 🪒 शेव कर आता हू....? "   सर्वाक्ष उससे अलग होने को हुआ की तभी रात्रि उसे रोकते हुए बोली,""_ नही अक्ष...,इसकी कोई जरूरत नहीं है आ आप यही रहिए मेरे करीब ...| "    सर्वाक्ष ने सर हिलाया,फिर उसे अपने बाहों में भरते हुए कहा ,""_ तुम्हे कही दर्द तो नहीं हो रहा है न बीवी ? "   रात्रि ने अपना सर ना में हिलाया | फिर उसके गर्दन में अपना छोटू सा चेहरा छुपा कर हल्के हल्के से अपना गाल रब करने लगी | वह दोनो इस वक्त एक दूसरे के बाहों में पा कर बहुत सुकून मेहसूस कर रहे थे |       पूरे एक हफ्ते बाद रात्रि को डिस्चार्ज मिल गया ,वैसे तो ध्रुव ने कहा था की उसे कम से कम दो हफ़्ते तक तो हॉस्पिटल में ही रहना चाहिए लेकिन रात्रि अस्पताल में रुकना नहीं चाहती थी | और उसने सर्वाक्ष के साथ साथ रवीश और ध्रुव को भी इतना तंग कर दिया था की वह तीनो थक हार कर उसे घर ले जाने का फैसला किया था |      और इस सप्ताह सर्वाक्ष ने रात्रि का पूरा ख्याल रखा था | वह घर ना जा कर रात्रि के साथ ही हॉस्पिटल में रहा था | ऑफिस भी वह तभी गया था जब कोई इंपोर्टेंट मीटिंग अटेंडे करना हो,बाकी तो वह रात्रि के वार्ड में ही किया था |      सर्वाक्ष का कार खुराना मेंशन के सामने आ कर रुका,सर्वाक्ष ने रात्रि को एक नजर देखा फिर कार से बाहर आ कर उसे आराम से अपने गोद में लिए अंदर जाने लगा |      रात्रि अभी भी पूरी तरह ठीक नही हुई थी लेकिन वह इस वक्त बहुत खुश लग रही थी |   " Welcome back Missy,and Boss " सर्वाक्ष को रात्रि को ले कर घर में आता देख मीना ने कहा |   मीना को देख रात्रि बड़ी सी स्माइल करते हुए बोली,""_ मीना....,how are you ? " " I am fine ma'am....,and I really miss you in whole week....| "  मीना ने कहा तो रात्रि उसे देख बस मुस्कुरा गई |        सर्वाक्ष उसे ले कर अपने रूम में गया ,फिर उसे आराम से बेड पर बैठा कर रात्रि से कहा ,""_ तुम रेस्ट करो..मुझे ऑफिस में कुछ जरूरी मीटिंग अटेंड करना ,मै चलता हु | "     बोलते हुए सर्वाक्ष ड्रेसिंग टेबल के पास जा कर अपने बाल सेट करने लगा, वही रात्रि का चेहरा एक दम से उदास हो गया था |  क्या होगा आगे इस कहानी में ? जानने के लिए पढ़ते रहिए     "

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