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Chapter 64

chapter 64

Love With My Beast Husband

  अब आगे .....,            खुराना मेंशन......,      स्टडी रूम.....,   सर्वाक्ष बेहद सर्द नजरों से एक टक अपने सामने खड़े ऋजूल ठाकुर और एकांश को ही देख रहा था l      ऋजूल और एकांश भी इस वक्त गुस्से में ही आ गए थे l क्यों कि सर्वक्ष ने उन्हें सीधे-सीधे वहां से जाने को कह दिया था l       ऋजूल को पहले से ही अंदाजा था कि सर्वाक्ष उसके बातों पर विश्वास नहीं करेगा ,लेकिन उसने सफाई में बहुत कुछ कहने का भी सोचा था लेकिन सर्वाक्ष उसके किसी भी बातों में या यूं कहे कि वह उससे बात करने में कोई इंटरेस्टेड नहीं लग रहा था l     ऋजूल सर्वाक्ष के बेहद करीब जा कर ठंडेपन से कहा,""_ वह मेरी अंश है सर्वाक्ष,सालों पहले मैंने किसी दरिंदों की वजह से उसे खुद से दूर रखा था लेकिन अब...?  अब उस दूरी को मैंने मिटाया है और बहुत जल्द मैं उसे ले कर यहां से लौटूंगा भी l "   सर्वाक्ष के होंठो पर तिरछी मुस्कान तैर गया l वह ऋजूल को उसी के लहजे में जवाब में कहा ,""_ वह मेरी जान है मिस्टर ठाकुर, और अब उसमे मेरा एक और जान जुड़ी है, हजार दरिंदे आ कर मेरे सामने खड़े भी क्यों ना हो ? मैं उनका काल खींच लूंगा लेकिन उसे एक पल के लिए भी मुझसे अलग नहीं होने दूंगा l "   सर्वाक्ष के मुंह से निकल रही एक-एक शब्द भी बेहद जुनून और दीवानगी से भरे हुए थे l लेकिन सर्वाक्ष का चेहरा बोलते हुए एक दम काला पड़ गया था l      वही ऋजूल के हाथों की मिट्टी भींच गए थे l वह एकांश के साथ वहां से चला गया |      वहीं उनके जाते ही सर्वाक्ष के आंखे  कसके बंद हो गए l वही उसके पीछे खड़े रवीश का चेहरा भी इस वक्त गुस्से से भर गया था l और वह एक तक ऋजूल और एकांश दोनों को जाता हुआ देख रहा था l वह फिर सर्वाक्ष से कहा ,""_ मैं जा कर पता करता हु की इस ऋजूल का यहां आने का असली मकसद क्या था ? "     रवीश स्टडी रूम से बाहर चला गया l वही सर्वाक्ष विंडो के पास जा कर अपने जेब से सिगरेट निकाला,फिर उसे लाइटर से जला कर उसका लम्बा लंबा कश लेना लगा |       दूसरी तरफ.....     रश्या के एक आलीशान विला में बनाए हुए बार में बैठे हुए क्रियाँश ड्रिंक का सीप लेते हुए उदय की बाते सुन रहा था l उदय इस वक्त उसे ऋजूल का ही खबर बता रहा था l और अब तक उसे यह भी खबर मिल गया था की ऋजूल इस वक्त खुराना मेंशन से बाहर निकला है l     क्रियांश का औरा बेहद गुस्से से भरा था l और उसके एक हाथ ड्रिंक गलास में कस भी गया था l   वही उदय बोला ,""_ ऋजूल ठाकुर ने अपनी बेटी का पता बता कर चुका है बॉस,अगर सर्वाक्ष खुरान और ऋजूल ठाकुर मिल गए तो हम उस लड़की तक कभी पहुंच नही पाएंगे l "    उदय ने जैसे ही अपने लास्ट बात पूरी की , क्रियांश गुस्से से अपने हाथ में पकड़े हुए ड्रिंक ग्लास को नीचे फर्श पर दे मारते हुए गुस्से से कहा,""_ कोई मेरे मकसद के बीच नही आएगा उदय,मुझे वह लड़की हर हाल में चाहिए अगर वह मुझे नही मिली तो उसे इस दुनिया में रहने का भी कोई हक नही है l "     उदय को क्रियांश की लास्ट लाइन समझ नही आई l वह ना समझी में क्रियाँश को देखते हुए कुछ पूछने को हुआ की तभी क्रियाँश खुद ही उदय के करीब आ कर कुछ बताने लगा l उदय के माथे पर पसीना छूट रहा था l वह थोड़ी देर बाद बस हा में सर हिला कर बाहर चला गया l     वही क्रियाँश के होंठो पर टेढ़ी स्माइल आ गई थी l वह ड्रिंक का एक और ग्लास बनाते हुए खुद में ही गुनगुनाते हुए कहा ,""_ रूह रूह भी तुम्हारे तलाश में निकला है,मिल गई तो शान से रूह में समा जाएगी,ना मिली तो शिद्दत से मिट्टी में मिला दूंगा......| "   बोलते हुए क्रियांश के चेहरे पर बेहद smirk 😏 स्माइल था |    खुराना मेंशन.....    सर्वाक्ष अभी भी सिगरेट का कश लेते हुए विंडो से बाहर देखता खड़ा था l उसके चेहरे के हाव भाव बिल्कुल खराब थे l क्यों की उसके दिमाग में बस ऋजुल ठाकुर के बाते ही घूम रहे थे l तभी रूम में कुछ गिरने की आवाज गूंजी l   सर्वाक्ष मुड़ कर देखा,सामने रात्रि खड़ी थी | और उसकी नजर एक टक नीचे उससे गिरी हुई वास की टुकुडो पर टिकी थी | रात्रि जल्दी जल्दी में सर्वाक्ष के करीब जाने लगी थी की तभी उसके लहरती दुपट्टे ने वास को नीचे गिरा दिया था l    सर्वाक्ष सिगरेट को ऐश बॉक्स में बुझा कर उसके पास जाते हुए कहा ,""_ किस खुशी में वास पर इतना गुस्सा निकाला गया ? "    रात्रि उसके पास जाते हुए बोली,""_ यह तो गलती से गिर गया अक्ष....| "    सर्वाक्ष फिर उसके चेहरे पर गिरे लटो को उसके कान के पीछे सरकाते हुए एक टक रात्रि के आंखो में बेचैनी से देखता रहा l रात्रि भी सर्वाक्ष के बेजान आंखो में ही देख रही थी l लेकिन उसके कदम पल पल सर्वाक्ष के और करीब बढ़ रहे थे l    वह बोली,""_ आप अभी तक यही क्यों है ? "      सर्वाक्ष ने उसे कमर से उठा कर टेबल पर बैठाया,फिर उसके इर्द गिर्द अपने हाथ रखते हुए पूछा ,""_ तुम....? "   सर्वाक्ष एक शब्द बोल कर ही चुप हो गया l वही रात्रि सर्वाक्ष को ही सवालिया निगाहों से देख रही थी क्यों की उसे लग रहा था की सर्वाक्ष उससे कुछ कहना चाहता है ,लेकिन उसके जुबान पर शब्द आते आते रुक रहे है l     वह पूछी,""_ क्या हुआ अक्ष..? आप बोलते बोलते रुक क्यों गए ? "     सर्वाक्ष उसके बेहद करीब झुक  कर उसके आंखो में देखते हुए धीमी स्वर में कहा ,""_ तुम मेरे बिना रह लोगी न ? "    रात्रि की eyebrows सिकुड़ गए l वह गुस्से से बोली,""_ बिना सांस के कोई रह सकता है ? और किस तरह का सवाल कर रहे है आप ? क्या चल रहा है आपके दिमाग में ? "  रात्रि का चेहरे गुस्से से लाल हुआ था l उसे गुस्सा इसीलिए आया था क्यों की सर्वाक्ष ने उससे बेहूदा सवाल किया था ,अगर वह ऐसे सवाल करती तो वह आदमी पूरे घर को सर पर उठालेता l   सर्वाक्ष ने कहा ,""_ बीवी..., मैं...? "  सर्वाक्ष रात्रि से कहना चाहता था कि वह कुछ दिन बिजनेस ट्रिप से बाहर जा रहा है l लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा था कि रात्रि से कैसे कहें ? क्यों की जिस तरह रात्रि ने पिछली बार उसकी जाने की बात सुन अपने आप को चोट पहुंचाने की कोशिश की थी, उससे सर्वाक्ष अंदर ही अंदर अब डर रहा था l वह इस बार उसे गलती से भी खुद को चोट पहुंचाने नही दे सकता था l        वही रात्रि एक टक सर्वाक्ष का बेचैन भरा चेहरा ही देख रही थी l वह कसके सर्वाक्ष के कालर पकड़ कर अपने करीब खींचते हुए गुस्से से बोली,""_ क्या बात है अक्ष..? कुछ छुपा रहे है मुझसे ? "       सर्वाक्ष उसके हाथ से अपना कालर छुड़वा कर पहले उसके गले लगा,फिर अपने आंखे बंद कर एक ही सांस में कहा ,""_ मैं कुछ दिन के लिए बहरा जा रहा हु बीवी,कब तक लौटूंगा नही पता लेकिन मेरा जाना जरूरी है | "     रात्रि ने जैसे ही यह सुना वह बिना कुछ कहे एक दम से ख़ामोश रह गई l    वही कुछ पल बाद भी रात्रि को कुछ भी ना बोलता देख सर्वाक्ष अपना सर ऊपर कर रात्रि को देखा l रात्रि का चेहरा उदास था l उसे सर्वाक्ष के बिना रहने की आदत नही थी l     वही सर्वाक्ष उसके गाल पर हाथ रख कर कहा ,""_ पिछली बार की तरह खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश मत करना बीवी,मुझे तुम्हे दर्द में देखा नही जाएगा,please | "    रात्रि ने धीमी आवाज में कहा ,""_ मुझे भी अपने साथ ले चलो अक्ष l "     सर्वाक्ष ने कहा ,""_ नही ले जा सकता बीवी | "   रात्रि उससे लिपटते हुए कहा ,""_ आप कब तक आने वाले है अक्ष,मुझसे आपके बिना एक दिन भी रहा नही जाएगा | "    सर्वाक्ष उसके बालो में हाथ फेरते हुए कहा ,""_ मैं जल्द आने की कोशिश करूंगा बीवी,अगर काम जरूरी नही होता तो मैं तुम्हे इस तरह प्रेगनेंसी के हालत में छोड़ कर नही जाता l "    रात्रि का बिल्कुल मन नही कर रहा था की वह सर्वाक्ष को जाने दे लेकिन वह हर बार उसे रोक नही सकती थी l पिछली बार उसने इसीलिए रोका था क्यों की सर्वाक्ष के जान पर खतरा था लेकिन इस बार उसे कुछ नहीं लग रहा था l     सर्वाक्ष ने कहा,""_ दादू,और दादी तुम्हारे साथ ही रहेंगे,तुम बस कुछ दिन के लिए, मेरे लिए अपना और बच्चे का ख्याल रखना,please....| "        रात्रि उससे अलग हो कर उससे पूछी ,""_ आप मुझे कॉल तो करेंगे ना ? "    सर्वाक्ष उसके गाल को अपने एक हथेली में भरते हुए कहा ,""_हा....| "     रात्रि उसका हाथ अपने गाल से हटाते हुए थोड़ा नाराजगी भरी आवाज में पूछी ,""_ कब जा रहे है आप ? "   " कल सुबह ही.....| "  सर्वाक्ष ने जवाब में कहा तो रात्रि का चेहरा रोनी जैसा बन गया l वह बोली,""_ अक्ष, मैं.....,मुझे नही रहना आपके बिना l "    बोलते हुए वह लड़की उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर उससे लिपट गई l वही सर्वाक्ष उसके पीठ सहलाते हुए कहा ,""_मैने कहा ना बीवी मैं जल्द आ जाऊंगा,और तुम्हे तब तक विभा राठौड़ से जो डील साइन हुई है उस पर काम करना होगा और कुछ दिन में तुम्हारे फाइनल ईयर के एग्जाम्स है ,उन पर फोकस करना है और.....| "  सर्वाक्ष उसे ऐसे ही उसके काम को याद दिलाते हुए उसे अपने गोद में उठा कर अपने रूम के तरफ ले गया |    मीरा का अपार्टमेंट....    मीरा का चेहरा एक दम से छोटू हो गया था | ध्रुव का कुछ दिन तक बाहर जाने की खबर सुन वह भी इस वक्त ना खुश लग रही थी l वह उसे रोकना चाहती थी लेकिन वह ध्रुव के काम में कभी रुकावट बनना नही चाहती थी l   वही ध्रुव एक तक मीरा का उदास चेहरा ही देख रहा था l वह उसे अपने बाहों में भरते हुए कहा ,""_ उदास मत हो मीरा, बस कुछ दिन उसके बाद मैं तुमसे शादी कर अपने साथ मेंशन ले जाऊंगा l "    ध्रुव की बात पर मीरा ने कुछ नही कहा ,वह कसके उसके गले लग गई l     दूसरी तरफ....     रूही बालकनी के रेलिंग को टिक कर खड़ी थी l उसका चेहरा भी इस वक्त मुरजा सा गया था l आज ही रवीश और वह एक दुसरे से अपने प्यार का इज़हार किया था और अब उनको एक दूसरे से कुछ दिन तक दूर रहना पड़ रहा था l रूही को थोड़ी देर पहले ही रवीश ने कॉल कर बताया था की वह कुछ दिन के लिए काम से बाहर जाएगा,और कब तक लौटेगा उसे भी यह नही पता l     रूही रवीश के बारे में सोचते हुए वही खड़ी थी की तभी उसका फोन रिंग हुआ l रूही ने देखा ,तो कॉल रवीश का ही था तो वह कॉल पिक कर बात करते हुए रूम में चली गई l     ठाकुर विला.....     ऋजुल ठाकुर इस वक्त गुस्से से ड्रिंक पर ड्रिंक किए जा रहा था l आज रात्रि का जन्म दिन था और उसे पूरा यकीन भी था की वह आज रात्रि से मिलेगा उसे जन्मदिन का मुबारक बात बताते हुए उसे कहेगा की वह उसका बाप है और सालो पहले उसे मजबूरन उससे अकेला छोड़ कर जाना पड़ा लेकिन सर्वाक्ष खुराना के वजह से उसे रात्रि से मिलने का मौका ही नही मिला था l     वही उसके सामने ही एकांश बैठा हुआ था | वह भी इस वक्त गुस्से से फुफकार रहा था l वह ऋजुल से कहा,""_ अंकल अब आप क्या करेंगे ? "    ऋजुल ठाकुर,ड्रिंक करते हुए उसे एक नजर देखा फिर उससे कुछ बताने लगा l एकांश उसकी बाते ध्यान से सुन रहा था l वह बोला ,""_ अंकल ऐसा करने में कोई दिक्कत नही है लेकिन रात्रि के मन में हमारे लिए नफ़रत पैदा हो जाएगा | "    ऋजुल ठाकुर ने कहा,""_ वह एक बार हमारे कब्जे में तो आ जाए एकांश,उसके बाद वह सब देखा जाएगा | "  बोलते हुए ऋजुल ठाकुर उठ कर अपने रूम के तरफ चला गया l वही एकांश उसे ही जाता हुआ बस देखता रहा l    खुराना मेंशन.....     सर्वाक्ष एक तक अपने सीने में सर टिका कर लेटी रात्रि को ही देख रहा था l रात्रि उसके शर्ट के बटन से खेलते हुए बड़े ही नाराजगी से उसे ही घूर रही थी l     सर्वाक्ष उसे ही ध्यान से देख रहा था l उसकी बीवी का यह नाराजगी उसकी जाने की बात से नही कुछ और ही लग रहा था l वह अपना एक आईब्रो उचकाते हुए इशारों में ही पूछा की क्या बात है ? क्यों अपने आंखे दुखाते हुए उसे घूर रही है ?    रात्रि की आंखे छोटी हो गई l वह गुस्से से बोली,""_ अब तक रात हो गया लेकिन अभी तक आपने मुझे मेरा बर्थ डे गिफ्ट नही दिया अक्ष ,आपके पास पैसों की कमी थी या फिर मेरे लिए कोई गिफ्ट खरीदने के लिए आपके पास वक्त नहीं था ? "    गुस्से से रात्रि का चेहरा पूरी तरह लाल हो गया था l वही सर्वाक्ष उसे ही बिना भाव के देख रहा था l वह फिर उससे अलग हो कर उठके बैठा,फिर पास में ही रखे हुए लैपटॉप उठा कर उसमे से कुछ करने लगा l   रात्रि उसे ही देख रही थी l सर्वाक्ष को इस तरह बिना कुछ कहे ऐसे अपने काम में busy होता देखा उसका चेहरा  थोड़ा मुरझा सा गया | वैसे उसके लिए सर्वाक्ष से ज्यादा कोई मायने नहीं रखने वाला था लेकिन वह चाहती थी की सर्वाक्ष उसे कोई स्पेशल गिफ्ट दे कर उसे स्पेशल फील कराए |     रात्रि उठी फिर उसके सीने से लग कर धीमी आवाज में बोली,""_ आप नाराज हो ...? "   रात्रि ने अभी अपनी बात पूरा भी नही किया था की तभी सर्वाक्ष उसके चेहरे को लैपटॉप के स्क्रीन के तरफ घुमाया l स्क्रीन पर इस वक्त एक आलीशान महल का व्यू चल रहा था l महल का हर एक कोना कोना तक  रात्रि को अच्छे से दिखाई दे रहा था l     रात्रि हैरानी से उस महल को देख रही थी l क्यों की वह आज पहली बार इतना आलीशान महल को देख रही थी l वह फिर सर्वाक्ष से बोली ,""_ अक्ष यह महल कितना सुंदर है ? हमारे मेंशन से भी ज्यादा सुंदर है l "     सर्वाक्ष के होंठो पर स्माइल आ गई l वह वही ड्रॉअर में से keys का बंच उठा कर रात्रि के हाथ में पकड़ाते हुए कहा ,""_ और यह उस महल का keys....| "   रात्रि की आंखे चौड़ी हो गई l वह हैरानी से keys को देखते हुए पूछी,""_ आपने इस महल को खरीद लिया ? "   सर्वाक्ष झुक कर उसके होंठो पर किस करते हुए कहा ,""_ खरीदा नही मैने तुम्हारे लिए बनवाया है बीवी ,ताकि तुम्हारे जन्म दिन पर तुम्हे इसे गिफ्ट कर सकू | "    रात्रि अपने आंखे और बड़ी कर सर्वाक्ष को अभी भी देख रही थी | उसे यकीन नही हो रहा था की सर्वाक्ष ने उसे करोड़ों से भी ज्यादा महंगा महल गिफ्ट किया l     वही सर्वाक्ष लैपटॉप को साइड में रख कर रात्रि से कहा ,""_ मैं आज तुम्हे इसी महल ले जा रहा था लेकिन बीच रास्ते में तुम चिल्लाने लगी ,पैनिक करने लगी तो मुझे मजबूरन तुम्हे ले कर वापस लौटना पड़ा l "     सर्वाक्ष की बात सुन रात्रि का चेहरे के हाव भाव बदल गए l उसे अब समझ आया था की सर्वाक्ष उस सुनसान रास्ते से हो कर उसे कहा ले जा रहा था?    क्या होगा आगे की कहानी में ? सर्वाक्ष कहा जा रहा है ? क्रियान्श और ऋजुल ठाकुर का क्या इरादा है ? जानने के लिए पढ़ते रहिए  Â

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