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Chapter 68

chapter 68

Love With My Beast Husband

    अब आगे.....     रात्रि रोते हुए बस अपने सामने खड़े ऋजुल ठाकुर को देख रही थी l किंजल को याद कर उस आदमी का दिल इस वक्त बुरी तरह रोने लगा था l किंजल को वह दिलो जान से प्यार करता था लेकिन किंजल उसका माफिया होने का सच जान कर उससे दूर चली गई थी l लेकिन कुछ वक्त बाद जब किंजल  को ऋजुल का याद सताने लगी ? जब उसे एहसास होने लगा की वह ऋजुल के बगैर नहीं रह सकती ? तब तक बहुत देर हो चुका था l    काश किंजल कभी ऋजुल से अलग नही होती तो वह ऋजुल के बनाए हुए सुरक्षित महल में रह जाती ,जहा किसी की भी गंदी नजर उस पर या रात्रि पर कभी नहीं पड़ ही नही सकता था l लेकिन उसने गलती कर दिया था और उस गलती की एहसास भी उसे हुआ भी तो तब जब उसका और रात्रि का जान खतरे में आ गया था l और आखिर में उसने अपना जान गवा कर रात्रि को अनाथ करना पड़ा था l    वही रात्रि को भी इस वक्त अपनी मां किंजल याद आ रही थी l किंजल के साथ उसकी ज्यादा यादें नही बने थे l लेकिन जब उसे थोड़ा थोड़ा समझ आ रहा था तब उसकी मां उससे मिलने चुपके चुपके से अनाथालय आ जाया करती थी l लेकिन कुछ दिन बाद उसे अपनी मां को देखने का नसीब नही हुआ क्यों की उसकी मां की हत्या कर दिया गया था l      रात्रि रोते हुए वही फर्श पर बैठ गई l तभी ऋजुल उसके करीब आ कर अपने घुटनों के बल बैठ गया l रात्रि उससे मासूमियत से पूछी ,""_कोन ज्यादा सुंदर है मैं या मेरी मम्मा ? "      ऋजुल हैरानी से रात्रि को देखने लगा l क्या रात्रि ने उसे माफ किया ? उसे अपना लिया ?    असल में रात्रि का इस वक्त मूड स्विंग हो रहा था ,जो प्रेगनेंसी में यह सब होना कॉमन था l रात्रि गुस्से से चिल्ला चिल्ला कर अब थक सी गई थी l या यू कहे की अब उसके पास किसी से भी बहस कर वहा से भाग जाने का ताकत नहीं रहा था l     ऋजुल ने उससे कहा ,""_ तुम किंजल की कॉर्बन कॉपी हो बच्चा,बस तुम्हारे आंखे नीली है, बाकी होंठ,नाक यह चेहरा सब किंजल का ही लगता है | "   रात्रि हल्के मुस्कुराते हुए आंसुओं से भरा अपने चेहरा छूने लगी l उसे पता था वह बिलकुल उसकी मां पर ही गई है क्यों की रात्रि की पास उसकी मां किंजल का तस्वीर था ,लेकिन अनाथालय पर हुई हमले के वजह से उसने किंजल का तस्वीर सालो पहले ही खो दिया था l    रात्रि ने ऋजुल से पूछा ,""_ क्या आपके पास मम्मा के तस्वीर है ? "    ऋजुल ने जल्दी से अपने फोन निकाल कर ,किंजल के तस्वीर ओपन कर रात्रि को दिखाया l रात्रि ने उसके हाथ से फोन लिया ,फिर आंखो में नमी लिए किंजल के तस्वीर देखने लगी l किंजल के साथ ऋजुल के भी बहुत सी तस्वीर थे l जिससे साफ साफ पता चल रहा था की ऋजुल ही उसका बाप है लेकिन रात्रि को ऋजुल पर भरोसा करना चाहिए ? हो सकता है ऋजुल किंजल का नाम लिए उसे ट्रैप कर रहा हो ? हो सकता है ऋजुल सर्वाक्ष से कोई बदला ले रहा हो ? क्यों की सर्वाक्ष के कम दुश्मन नही थे l     रात्रि किंजल के तस्वीर देखते हुए उठी,फिर बेड पर जा कर बैठने को हुई की तभी उसकी नजर बेडशीट पर गई जो पिंक कलर का था l वह गुस्से से  ऋजुल को घूर कर बोली,""_ I just hate this pink color.....,change it l '   ऋजुल ने एक नजर बेडशीट को देखा फिर ना समझी में रात्रि को देख पूछा,""_ मुझे लगा लड़कियों को पिंक कलर पसंद है तो...? "    ऋजुल ने अपनी बात अधूरा ही छोड़ा क्यों की रात्रि अपने कमर पर दोनों हाथ रख कर उसे बुरी तरह घूरने लगी थी l वह गुस्से से चिल्लाई,""_ Do as I said 🥶 " ( जैसा मैंने कहा वैसा करो )    ऋजुल ने कहा ,""_ ok ok relax बच्चा,यह सब मैं अभी चेंज करा दूंगा l "      रात्रि चुपचाप जा कर सोफे पर अपने दोनो पैर फोल्ड कर बैठ गई l वही रात्रि का कोल्डनेस देख कर ऋजुल ने अपने मन में कहा ,""_मेरी बेटी तो मुझसे भी ज्यादा गुस्सैल लग रही है,इसका कोल्डनेस देख कर ऐसा लग रहा है की यह सिर्फ शकल से ही किंजल की तरह मासूम दिखती है बाकी इसका नेचर,गुस्सा सब मुझ पर गया है l "    सोचते हुए ऋजुल के होंठो पर घमंड भरा स्माइल आ गया था l रात्रि का इस तरह अचानक से ऑर्डर भरी टोन सुन ऋजुल को बुरा नही लगा l वह उसकी बेटी थी, वह हक से उस पर चिल्लाते हुए उससे कुछ भी मांग रख सकती थी l लेकिन यह कोल्डनैस रात्रि पर सर्वाक्ष का असर से हुआ था ,वह सर्वाक्ष के साथ रहते रहते उसके जैसे ही बन गई थी l    वही रात्रि पूरे रूम में अपने नजरे दौड़ा रही थी l तभी उसकी नजर कुछ तस्वीरों पर गई जो छोटी बच्ची के लग रहे थे l रात्रि उठ कर जा के उन तस्वीरों को देखने लगी l     तभी ऋजुल उसके पास जाते हुए कहा ,""_ यह सब तुम्हारे ही तस्वीर है बच्चा, मुझे यह सब किंजल ने भेजा था l "   बोलते हुए ऋजुल रात्रि के तस्वीरों को देखने लगा जो रात्रि के बचपन के थे l रात्रि ध्यान से उन तस्वीरों को देख रही थी, ऋजुल ने उसके तस्वीरों को ज्यादा ही संभाल कर रखा था l      रात्रि अपना सर घुमा कर फिर ऋजुल को देखने लगी l क्या यह आदमी उसका ही पिता है ? रात्रि को यकीन नही हो रहा था की उसके अक्ष के अलावा उसका कोई फैमिली भी है ? अक्ष के अलावा भी वह आंख बंद कर किसी पर भी भरोसा कर सकती है ?     रात्रि का इस तरह खुद को देखता देख ऋजुल उससे कुछ कहने को हुआ की तभी रात्रि उसे बेरूखी से बोली,""_ मुझे भूख लगी है ,कुछ खाने को भी मिलेगा ? "     ऋजुल मुस्कुराते हुए कहा ,""_ हा बच्चा ,क्या खाना चाहोगी तुम  ? बताओ,मैं अभी तुम्हारे लिए बना कर लाऊंगा l "   रात्रि को ऋजुल से कुछ भी नेगेटिव वाइब नही आ रहा था l उसे देख उसके दिल में अजीब सा बेचैनी महसूस होने लगा था ,क्या उसे इस इंसान को अपना बाप मान लेना चाहिए ? इस पर विश्वास कर लेना चाहिए ?     रात्रि खोए अंदाज में उससे जवाब में पूछी,""_ आप मेरे लिए कुछ भी बना दोगे ? "    ऋजुल उसके गाल पर हाथ रख कर प्यार से कहा ,""_ हां बच्चा,क्या खाना है तुम्हे ? "  ऋजुल का छुअन रात्रि को बिलकुल बुरा नही लगा,बल्कि अजीब सा उसे अपनापन मेहसूस हो रहा था l वह थोड़ी देर उसे देखती रही ,फिर उसके हाथ हाथ हटा कर ऑर्डर भरी लहजे में बोली,""_ पिज्जा, बर्गर ,फ्राइड चिकन, कोककोला,कोई भी फ्लेवर का केक.....,कंजूसी करते हुए एक एक ही मत लाइएगा मुझे सब बाउल भर भर के चाहिए  l "   ऋजुल उसका फास्टफुड का पिटारा सुन उसे ही हैरानी से देखने लगा l उसकी बेटी को हेल्थी फ़ूड का A भी पता है ? क्या सर्वाक्ष उसकी बेटी के हेल्थ के बारे में बिना सोचे यह सब उसे खिलाता है ?    ऋजुल को अभी भी अपने जगह में ही खड़ा देख रात्रि गुस्से से बोली,""_ क्या सोच रहे है आप ? जाइए मेरे बताए हुए सब बना कर लाइए,मुझे भूख लगी है l "   ऋजुल रात्रि को इस वक्त कुछ भी मना नहीं करना चाहता था ,तो वह चुपचाप अपना सर हा में हिला कर वहा से चला गया l     वही उसके जाते ही रात्रि ऋजुल के फोन से ही सर्वाक्ष का नंबर डायल कर उसे एक मैसेज ड्रॉप की l        " सर्वाक्ष, आपको सच में अब मुझसे प्यार नही रहा न ? मेरे किडनैप हुए अब तक पूरे दो घंटे बीत गए और आप अभी तक मुझ तक पहुंचे नही ? आपकी हिम्मत भी कैसे हुई मुझे इस तरह मुसीबत में भी इग्नोर करने की ? Hmm ? "   रात्रि का फिर से मूड स्विंग होने लगा था l उसे सर्वाक्ष से इस वक्त यह बताना चाहिए था की उसे ऋजुल ठाकुर ने किडनैप किया है और वह इस वक्त उसी के मेंशन में है l लेकिन रात्रि को उससे इस तरह शिकायते करनी थी l     रात्रि ऐसे ही बकवास बाते टाइप करते हुए सर्वाक्ष के नंबर पर जैसे जैसे भेज रही थी, वैसे वैसे डिलीट भी कर रही थी ताकि ऋजुल को पता ना चले l       तभी उसे सर्वाक्ष के नंबर से एक वार्न भरा मैसेज आया जिसे पढ़ते ही रात्रि का मुंह बन गया l    उधर से सर्वाक्ष ने कहा था ,""_ पिज्जा, बर्गर,फ्राइड चिकन,कोककोला,केक इन सारे बकवास चीजों को तुमने गलती से भी छुआ ना ? ,तो तुम्हारा खैर नहीं रात्रि l "    रात्रि एक टक गुस्से से सर्वाक्ष के मैसेज को घूरने लगी l उसने जानबूझ कर ही ऋजुल को यह सब बना कर लाने कहा था क्यों की जब से वह प्रेग्नेंट हुई थी तब से सर्वाक्ष ने उसके फास्टफूड पर पूरी तरह रोकटोक लगा चुका था l लेकिन उसे बार बार यही सारे चीज़े खाने की मन करता था l     रात्रि ने जल्दी से सर्वाक्ष का वह मैसेज डिलीट कर एक और मैसेज लिखने लगी l    " आप यह क्या बकवास कर रहे है अक्ष..? आपको इस वक्त भी मेरे खाने पीने पर नजर डालनी है ? पहले आपको मुझे ढूंढ कर घर लें जाने का सोचना चाहिए लेकिन आप...? "   रात्रि यह सब टाइप करते करते रुक गई l क्यों की अचानक से उसे रियलाइज हुआ की सर्वाक्ष को कैसे पता चला की उसने ऋजुल को अभी फास्टफुड बनाने कहा है ? क्या सर्वाक्ष को पता है की वह इस वक्त ऋजुल के विला में है ? लेकिन कैसे ? वह सर्वाक्ष को पूछने के लिए डायरेक्ट उसे कॉल करने को हुई की तभी उसके रूम का डोर खुलने का आवाज सुनाई दिया l    रुआ ने जल्दी से ऋजुल का फोन बेड के एक कोने में फेंक कर वह भी बेड पर बैठ गई l तभी ऋजुल एकांश के साथ रूम में आया l रात्रि ने उसे देखा ,उसके हाथ खाली थे l यह देख वह बोली,""_ where is my pizza burger...? "    ऋजुल अपने पीछे के तरफ इशारा करने लगा जैसे कह रहा हो की सब कुछ रेडी है और आ ही रहा ? लेकिन ऋजुल और एकांश के अलावा वहा कोई नही था l रात्रि गुस्से से ऋजुल को घूरने लगी तो ऋजुल हड़बड़ा गया ,और वह जल्दी से मुड़ कर देखा ,वहा सच में कोई नही था l यह देख उसकी दांत भींच गए l वह गुस्से से चिल्लाया,""_ मौली.......Mouli where are you.? "     ऋजुल को चिल्लाता देख एकांश बोला ,""_ relax uncle.... मैं देखता हु ...| "      बोलते हुए एकांश रूम से बाहर जाने को हुआ की तभी एक फीमेल सर्वेंट जिसका नाम मौली था ,वह हड़बड़ाते हुए अंदर आते बोलीं,""_ sorry master....,I am here...| "    मौली की हाथ में एक बड़ा सा ट्रे था l जिसमे रात्रि के बताए हुए सारा खाना था l रात्रि की आंखों में चमक आ गई लेकिन उसे बार बार सर्वाक्ष का मेसेज भी याद आ रहा था l रात्रि का चेहरा छोटू सा हुआ ,लेकिन उसे इस वक्त ज्यादा ही भूख लग रहा था तो वह सर्वाक्ष की बात को इग्नोर कर बिना सोचे समझे सब कुछ खाने लगी l    ऋजुल,एकांश,मौली तीनो ही अपने चेहरे पर हैरान भरी भाव लिए एक टक रात्रि को देखने लगे l रात्रि ऐसे खा रही थी जैसे वह कुछ दिन से कुछ खा ही नही हो ?   मौली अपने में ही गुनगुना कर बोली,""_ यह कितना खाती है ? "   वही एकांश के चेहरे पर अब रात्रि को देख हल्की सी स्माइल आ गई थी l रात्रि की हरकत उसे बेहद क्यूट और फनी जो लग रहे थे l वह आगे जा कर रात्रि से पूछा ,""_ और कुछ चाहिए ? "   रात्रि के मुंह में इस वक्त खाना भरा हुआ था l जिस वजह से उसका वह लाल मटौर चेहरा किसी बलून की तरह फूल गया था | एकांश को उसे ऐसे देख बहुत हंसी आ रही थी लेकिन वह उस पर हंस कर उसे नाराज नहीं कर सकता था l    वही रात्रि एकांश को बेहद थिकी नजरो से देख रही थी l एकांश ने ही उन दोनो दरिंदों से बचा कर उसे यहा लाया था l वह फिर ना समझी में ऋजुल को देखने लगी जैसे वह उससे पूछना चाह रही हो की एकांश कोन है ?    ऋजुल को उसका देखना समझ भी आ गया था l वह बोला ,""_ यह एकांश है,मेरे दोस्त का बेटा,दोस्त तो अब नही रहा लेकिन उसका अंश मेरे पास बिलकुल महफूज है l "   ऋजुल की बात पर रात्रि ने कुछ नही कहा l उसे ना एकांश से मतलब था और नाही ऋजुल से ,वह बस सर्वाक्ष का इंतजार कर रही थी l जब तक उसे यकीन नही होता की ऋजुल उसका ही बाप है तब तक वह उसे अपना नही सकती थी l वैसे उसका दिल यही कहने लगा था की ऋजुल ही उसका बाप है l लेकिन रात्रि को कही न कही डर लग रहा था l वह सर्वाक्ष के अलावा इस दुनिया में उसे किसी पर भी भरोसा नहीं रहा था l और यह दुनिया कितना धोखेबाज लोगो से भरा है यह रात्रि को उसके पिछले जन्म में अच्छे से समझ भी आ गया था l या यू कहे की सब कुछ समझने के लिए उसे आखिर में अपने पिछले जन्म में अपना जान देना पड़ा था l     रात्रि ने जल्दी से सारा खाना खत्म किया लेकिन उसका भूख मिटा नही था l वह ऋजुल पर चिल्लाते हुए बोली,""_ i am still hungry....| "     What....? " एक साथ मौली,एकांश और ऋजुल हैरानी से रात्रि को देख पूछे l    खुराना मेंशन....    रात्रि का मिसिंग होने का खबर सुन भावेश और रुक्मणि ज्यादा ही पैनिक करने लगे थे l उन्हे अभी अभी गार्ड से खबर मिला था की रात्रि जिस कार से ऑफिस के लिए निकली थी ,वह कार पूरी तरह डैमेज हुई है और ड्राइवर का डेथ भी हो गया है l लेकिन रात्रि का कोई खबर नहीं ,वह लापता है l    रुकमणी और भावेश दोनो की हाथ पैर अब ठंडे पड़ गए थे l रूक्मणी रोते हुए अपना हालत खराब कर रही थी तो वही भावेश उसे संभालते हुए बार बार रवीश और ध्रुव को कॉल कर रहा था क्यों की उन्हें सर्वाक्ष से रात्रि की मिसिंग की खबर कहने का हिम्मत नही हो रहा था l      लेकिन रवीश और ध्रुव उनका कॉल पिक नही कर रहे थे l यह देख भावेश बोला ,""_ रुक्कू,यह दोनो मेरे कॉल पिक नही कर रहे है ? मैं अक्ष को ही कॉल लगा...? "  भावेश ने अपनी बात पूरा भी नही किया था की उधर से उन्हे सर्वाक्ष के नंबर से कॉल आया l भावेश ने जल्दी से कॉल पिक कर अपनी लड़खड़ाती आवाज में कहा ,""_ अक्ष,रात्रि बच्चा....!!"   " वह बिलकुल ठीक है दादू, आप सिर्फ दादी और अपना ख्याल रखिए, मैं उसे ले कर आधा घंटे में घर आ जाऊंगा l "    उधर से सर्वाक्ष इतना कह कर कॉल को काट दिया l लेकिन सर्वाक्ष की यह बात सुन वह दोनो अब चैन की सांसे लेने लगे थे l रात्रि का इस तरह लापता होने का खबर उन्हे अंदर तक डरा कर रख दिया था l रात्रि सर्वाक्ष और उनकी जान बन गई थी l अगर उसे कुछ होता तो ना सर्वाक्ष जी सकता था और नाही वह दोनो l    दूसरी तरफ....  सर्वाक्ष का कार आ कर जोर से ब्रेक लगाते हुए ठाकुर मेंशन के सामने रुका l       वही बैक सीट पर बैठे हुए सर्वाक्ष का औरा किसी शैतान की तरह हो गया था l उसका इस वक्त ज्यादा ही गुस्से से तमतमा रहा था l उसके माथे पर नसे तक उबर कर नजर आ रहे थे l     वह कार का डोर ओपन कर बाहर आने को हुआ की तभी उसके कार के चारो ओर ऋजुल के बॉडीगार्ड्स आ कर खड़े हो गए l    सर्वाक्ष के दांत भींच गए l वह अपना गर्दन मसलते हुए अपने थीकी नजरो को अपने चारो और घुमाया फिर सामने बैठे रवीश को कुछ इशारा किया l          To be continued.......,                            Â

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