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Chapter 39

chapter 39

Love With My Beast Husband

अब आगे.....,       कॉलेज के बाद रात्रि सीधे खुराना एंटरप्राइजेज के लिए निकल गई | वही कॉलेज के गेट के पास खड़ी रावी और युवान अभी भी अपने आंखो से ओझल हो रही रात्रि की कार को देख रहे थे l     उन दोनो ने रात्रि को अपने झूठे जाल में फसाने कितना कुछ सोचा था ? लेकिन सीधी साधी रात्रि ने उनके पूरे प्लान को ऊपर नीचे कर डाला था |         युवान का चेहरा गुस्से से भर गया था | वह अपने दांत पीसते हुए बोला ,""_ यह लड़की कितना छंट निकली ? दिखती तो साधारण सी है लेकिन असल में तो यह किसी चालाक लोमड़ी से कम नही लगती  | "      वही युवान के बगल में खड़ी रावी के माथे पर परिशान से शिकन नजर आने लगे थे | वह परिशानी से बोली,""_ अब उस क्रियाँश को क्या कहे युवान ? उसने तो कहा था की रात्रि को किसी भी हालत में चार बजे से पहले जानसन गार्डन में ले आना है लेकिन यह बदतमीज लड़की तो ...? "   रावी गुस्से से अपने बात को अधूरा ही छोड़ कर एक टक उसी रास्ते को घूरने लगी जहा से रात्रि गुजरी थी |      करीब दो घंटे बाद.....,     खुराना एंटरप्राइजेज.....,       सर्वाक्ष एक मीटिंग खत्म कर अपने कैबिन में आया तो उसकी नजर सामने अपने रिवाल्विंग चेयर पर बैठी हुई रात्रि पर गई |      रात्रि सर्वाक्ष के हेड चेयर पर बैठ कर उसके ही लैपटॉप में अपना काम कर रही थी | उसका पूरा ध्यान अपने ज्वेलरी डिजाइन करने में ही था l      वही डोर के पास खड़े सर्वाक्ष उसे ही निहार रहा था | वह फिर अपने घड़ी में टाइम देखा,अभी बस दुपहर का दो ही बज गया था l    सर्वाक्ष फिर रात्रि के पास जाते हुए कहा ,""_ तुमने तो कहा था की आज पूरा दिन तुम्हारे क्लासेस ही है ? और तुम....?  "    सर्वाक्ष ने अपनी बात को अधूरा ही छोड़ दिया ,वही रात्रि ने उसे एक नजर देखा ,फिर अपने काम में busy होते हुए बोली,""_ mmmm....क्लासेस तो थे लेकिन मैंने बंक मारा "      रात्रि की बात सुन सर्वाक्ष ने अपनी आंखे छोटी कर उसे थोड़ी देर घूरा फिर चेयर के पीछे जा कर लैपटॉप के स्क्रीन को देखने लगा |      रात्रि इस वक्त एक ज्वेलरी डिजाइन बना रही थी l सब कुछ पर्फेक्ट था लेकिन फिर भी रात्रि उससे सैटिस्फाइड नही लग रही थी |     तभी सर्वाक्ष ने कहा ,""_ it's amazing bivi.....| "  वही रात्रि बार बार डिजाइन को ठीक करने की कोशिश करते हुए बोली,""_ नही अक्ष....,यह पूरी तरह परफेक्ट नही हुआ है | "   बोलते हुए रात्रि सब कुछ फिर से डिजाइन करने लगी ,वही सर्वाक्ष बस खड़े खड़े ही उसकी कार्यगिरी को देख रहा था l        थोड़ी देर बाद रात्रि अंगड़ाई लेते हुए अपना सर हेड्रेस्ट को टिका कर ऊपर की ओर देखी,सर्वाक्ष उसके पीछे ही तो खड़ा था l वह फिर झुक कर उसके माथे पर किस करते हुए कहा ,""_ my talented bivi...,let me kiss you....umm ....| "   बोलते हुए सर्वाक्ष आगे आ कर उसके पूरे चेहरे को किस करते हुए रात्रि के ऊपर झुक गया l   वही रात्रि अपना चेहरा इधर उधर घुमाते हुए थोड़ा चीढ़ कर बोली,""_ अक्ष...? Mmmm अक्ष ...? You are taking advantage on me....? ( तुम मेरा फायदा उठा रहे हो....? )     सर्वाक्ष के होंठ रात्रि के होंठो और टुडी की आस पास घूम रहे थे | वह रात्रि को जवाब देते  हुए बोला ,""_ you are my lovely wife....so I have full rights to take advantage bivi...( तुम मेरी प्यारी बीवी हो....तो मुझे तुम्हारा फायदा उठाने का पूरा अधिकार है बीवी ) "     रात्रि अपने आंखे छोटी कर सर्वाक्ष को घूरते हुए बोलीं,""_ आ आप ..बेशर्म ... अह्ह्ह्ह अक्ष...? "   रात्रि आगे कुछ भी कहती उससे पहले ही सर्वाक्ष ने उसके होंठो को अपने दांतो के बीच दबा कर हल्के से खींचा, जैसे ही सर्वाक्ष ने रात्रि की दर्द भरा कराहा सुना वह उसके होंठो को धीरे से अपने होंठो के गिरफ्त में लेते हुए कहा ,""_ mmm मुझे अपनी बेशर्मी दिखाने दो बीवी ...| "    सर्वाक्ष बेहद प्यार से रात्रि की होंठो को प्चूमने लगा,रात्रि अपने आंखे टिमटिमाते हुए उसे ही देख रही थी की तभी रात्रि की आंखे अचानक से बड़ी हो गई |    सर्वाक्ष उसे किस करते हुए उसके कुर्ती में अपना ठंडे हाथ घुसा कर इधर उधर सरकाते हुए दूसरे हाथ से उसके ड्रेस का हुक खोल रहा था l रात्रि की सांसे ही अटक गए l    वह छटपटाने लगी तो सर्वाक्ष उसके होंठो को रिहा कर उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर उसे किस करते हुए हल्के हल्के से बाइट भी करने लगा l रात्रि की धड़कने तेज हो गए थे l वह हाफते हुए बोली,""_ummmm....सर्वाक्ष,behave yourself....हम इस वक्त घर में नही ऑफिस में है ? "        सर्वाक्ष रात्रि की गर्दन को चूमते ही जा रहा था जिससे रात्रि सिहरते हुए बस आहे भर रही थी l तभी सर्वाक्ष ने उससे बेहद husky voice में पूछा ,""_you love my touch...? "     रात्रि बस आहे भर रही थी | वह अटकते हुए बोली,""_ aksha...,आप समझ क्यों नही रहे हम इस वक्त ऑफिस में है....., कोई आ जाएगा | "       सर्वाक्ष रात्रि को पूरी तरह झुका कर उसके गर्दन में लव बाइट्स देते हुए उसे गीला कर रहा था | रात्रि उसकी वजह से ना चाहते हुए भी सिहरते हुए आहे भर रही थी l        तभी सर्वाक्ष ने कहा,""_ ummm बीवी तुम भूल रही हो ...,ऑफिस में भी मैने एक सीक्रेट रूम बनवाया है,वहा चले  | "        रात्रि की दोनो हाथ इस वक्त सर्वाक्ष के कंधे पर कस गए थे l वही सर्वाक्ष रात्रि के पूरे गर्दन पर लव बाइट्स देते हुए उसके इयरलोब पर जा कर हल्के हल्के काटने लगा l   " Ummmm...., अक्ष कोई आ जाएगा..... आह | " रात्रि आहे भरते हुए हकलाते हुए बोली तो सर्वाक्ष उसके कमर को बेहद सेंशुअली हल्के हल्के से दबाते हुए बोला,""_ आने दो बीवी ...., मैं देख लूंगा | "   रात्रि फिर से कुछ कहने को हुई लेकिन  सर्वाक्ष अब रात्रि को जवाब देते देते चिढ़ गया था तो वह उसके होंठो को अपने मुंह में भर कर किस करने लगा ताकि उसकी बीवी और बकवास करते हुए उसके र्रोमांस में कलल ना ढाले |   लेकिन बदकिस्मती से तभी उसके केबिन का डोर knock होने लगा | रात्रि की आंखे अचानक से चौड़ी हो गई और वह हड़बड़ाते उठने लगी लेकिन उसके पति का मूड अभी भी उसे पूरी तरह निंगलने में ही था l   सर्वाक्ष अब फिर से उसके चेहरे पर किस करने लगा था | रात्रि बोली,""_ सर्वाक्ष छोड़िए न..? सर्वाक्ष...? "    सर्वाक्ष उससे अलग हो कर उसे बुरी तरह घूरने लगा l इस लड़की ने उसे सुकून से एक किस करने भी नही दिया था l वही रात्रि भी उसे ही घूरते हुए अपने ड्रेस का हुक लगाने की कोशिश कर रही थी लेकिन हड़बड़ी में उससे हो ही नही रहा था |      वह सर्वाक्ष से चिढ़ते हुए बोली,""_ आप खड़े खड़े देख क्या रहे है ? हुक लगाइए | "      सर्वाक्ष उसे कमर से पकड़ कर अपने आपसे चिपका कर रात्रि की ड्रेस का हुक लगाया,फिर   उसके पूरे चेहरे पर वापस से किस करते हुए कहा ,""_ come in.....| "  रात्रि की आंखे हैरानी से फैल गए l वह उसे खुद से अलग करने लगी लेकिन सर्वाक्ष उसे आज बिलकुल छोड़ने के मूड में ही नही था l वह उसके इयरलोब पर अपने सख्त होंठो को घुमाते हुए किस करने लगा था l  तभी रात्रि को डोर खुलने का आवाज सुनाई दिया तो वह जल्दी से झुक कर सर्वाक्ष के कान को जोर से काटी तो सर्वाक्ष एक दम से कराह उठा l       " आउच ....रात्रि....? "    वही रात्रि सर्वाक्ष को गुस्से से घूरते हुए जा कर उसके टेबल के नीचे चिप गई |    वही सर्वाक्ष अभी भी टेबल के नीचे छुपी रात्रि को घूर रहा था l तभी केबिन में कुछ एंप्लॉयज आते हुए बोले ,""_ बॉस...,इस प्रोजेक्ट के बारे में हमे आपसे कुछ डिस्कस करना था ? "   सर्वाक्ष ने उन्हे एक नजर देखा फिर अपने head chair पर बैठते हुए ठंडेपन से कहा ,""_ mmm ....,start...| "   सर्वाक्ष का औरा बेहद सर्द और सख्त नज़र आ रहा था | और उसके बात भी बेहद ठंडेपन से भरा था | सर्वाक्ष इस वक्त पूरी तरह डिस्ट्रैक्ट हो गया था l     तभी वह एम्प्लॉय डरते हुए अपना एक्सप्लेनेशन देने स्टार्ट करा |    वही टेबल के नीचे दुबक कर बैठी रात्रि सर्वाक्ष को ही घूर रही थी, क्यों की सर्वाक्ष के हाथ अब बार बार रात्रि के करीब जा रहा था l वह चाहता था की रात्रि उसका हाथ पकड़ ले लेकिन वह लड़की उसके हाथ को बुरी तरह खा जाने वाली नजरो से घूरते हुए अपने चेहरे को इधर उधर घुमा रही थी ताकि सर्वाक्ष का हाथ उसके चेहरे को ना छुए l         लेकिन फिर भी सर्वाक्ष के उंगलियां बार बार उसके नाक को छू रहे थे, जिससे रात्रि अचानक से छींक पड़ी |    "  Awchchu..🤧🤧..."   रात्रि अपने मुंह पर दोनो हाथ रख कर कसके अपने आंखे बड़ी कर बैठी थी l वही सर्वाक्ष के चेहरे पर टेढ़ी स्माइल आ गई थी l वह अपने चेयर को थोड़ा पीछे मूव कर बिना एम्प्लॉय के नजरों में आए ही नीचे दुबक कर बैठी आपकी बीवी को देखा l     वही सामने बैठे तीन एंप्लॉयज एक धरे को ना समझी में देख रहे थे l उन्हे किसी का छींकने की आवाज सुनाई दिया था लेकिन किसका ?    उनमें से तभी एक एम्प्लॉय ने कहा,""_ मैने अभी अभी किसी की छींक सूनी ? "   उस एम्प्लॉय की बात पर हामी भरते हुए दूसरे एम्प्लॉय ने कहा ,""_ मैंने भी ..? "  तीसरे एम्प्लॉय ने भी कहा ,""_ मैने भी ..? "   सर्वाक्ष उन तीनो को घूरते हुए बेहद सर्द  आवाज में बोला,""_ what....? Focus on your work...| "   वही रात्रि गुस्से से सर्वाक्ष को घूरते हुए उसे कोसे जा रही थी | वह अपने मन में बोली,""_ एक बार इन्हे जाने दीजिए अक्ष,फिर बताती हु आपको ...| "      सर्वाक्ष उसे चिढ़ाने फिर से अपने हाथ को टेबल के नीचे ले गया l रात्रि ने पहले उसके हाथ को अपने हाथ में फसा कर हल्के हल्के से उसके हथेली को दबाई फिर उसके उंगली को अपने दांतो के बीच रख कर जोर से काट लिया l     अह्ह्ह्ह.... आउच.....!!! " सर्वाक्ष करहाते हुए अपने हाथ को जल्दी से पीछे ले कर खड़ा हो गया l वही रात्रि की चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ गई थी l    सर्वाक्ष का चिक सुन उन तीनो एंप्लॉयज की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी l वह तीनो भी अपने जगह से उठ कर सर्वाक्ष से पूछे,   बॉस...?    Boss , are you ok ?      सर्वाक्ष ने कहा ,""_ 🐜 ant....there is ants 🐜🐜 | "    सर्वाक्ष फिर अपने दांत पीसते हुए रात्रि को घूरते हुए अपने मन में कहा ,""_ जंगली बिल्ली...? "    सर्वाक्ष की बात सुन वह तीनो एंप्लॉयज कुछ कह ही नही पाए ,वह तीनो बस एक दूसरे को देखने लगे थे l तभी सर्वाक्ष ने कहा ,""_ you can go..| "   सब बाहर चले गए l वही टेबल के नीचे दुबक कर बैठी हुई रात्रि की हंसी छूट गई थी l     रात्रि : 🤣🤣🤣🤣🤣🤣    You...? " सर्वाक्ष गुस्से से अपने दांत टटोर कर रात्रि को घूरते हुए कहा,रात्रि अभी भी हंस रही थी यह देख वह अपने घुटनो की बल बैठने को हुआ की तभी उसे एक एम्प्लॉय की आवाज सुनाई दी |    बॉस...? "  सर्वाक्ष उठते हुए सख्ती से कहा ,""_ what..? "   वह एम्प्लॉय डरते हुए टेबल पर रखे हुए फाइल के तरफ इशारा करते हुए बोली,""_ बॉस ,फाइल रह गया था ? "     सर्वाक्ष ने बस सर ऊपर नीचे कर हा कहा तो वह एम्प्लॉय जल्दी से आ कर टेबल पर पड़ी फाइल ले कर जाने को हुई की तभी गलती से उसके हाथ में से फाइल छूट कर नीचे गिर गया l        फाइल रात्रि के करीब ही आ गिरा था ,यह देख रात्रि की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी l वही वह एम्प्लॉय झुक कर फाइल लेने को हुआ की तभी सर्वाक्ष उसे रोकते हुए कहा ,""_ रूको....| " वह एम्प्लॉय ना समझी में रुक कर सर्वाक्ष को देखने लगा l वही सर्वाक्ष आगे झुक कर उसका फाइल उठाते हुए रात्रि को देखा ,रात्रि अपनी बड़ी बड़ी आंखे और बड़ी कर उसे ही देख रही थी l सर्वाक्ष झुक कर उसके होंठो पर किस कर बेहद धीमी आवाज में कहा ,""_ i love you....| "   रात्रि की आंखे शर्म से नीचे झुक गए l वही सर्वाक्ष फाइल उठा कर उस एम्प्लॉय के तरफ बढ़ाया तो वह एम्प्लॉय फाइल लेते हुए कहा ,""_ thank you boss...| "   एम्प्लॉय बाहर चला गया l वही सर्वाक्ष अपने जेब में दोनो हाथ रख कर रात्रि को देखते हुए पूछा ,""_ कब तक वही बैठे रहना है तुम्हे ? "         रात्रि वही अपने होंठो का पाउट बनाते हुए बोली,""_ अक्ष... ,आज आप बहुत तंग कर रहे है |       तभी सर्वाक्ष ने उसे अपना हाथ दिखाते हुए बोला ,""_ भूल गई बदले में तुमने कैसे कैसे मुझे काटा है ? "      रात्रि का मुंह बन गया l वह बोली,""_ वह तो आप बार बार मुझे चिढ़ा रहे थे तो मैंने काट ली ,शुक्र करिए अक्ष...., आपके उंगलियां आपके हाथो से अलग नही हुए है | "     सर्वाक्ष अपने आंखे छोटी कर उसे घूरते हुए गुस्से से पूछा ,""_ohh!! really bivi ?    रात्रि की बाहें तन गए l वह उसे गुस्से से कुछ कहती तभी उसे रवीश की आवाज सुनाई दी जो अंदर आते हुए सर्वाक्ष से कह रहा था l   "  तुम किससे बात कर रहे हो अक्ष..? "  सर्वाक्ष अपना सर ऊपर कर रवीश को देखा जो उसे ही सवालिया नजरो से देख रहा था l रवीश को सर्वाक्ष के अलावा केबिन में कोई दिखाई नही दे रहा था तो सर्वाक्ष किससे बात कर रहा है ?      तभी रात्रि टेबल से बाहर आई तो रवीश हैरानी से कभी सर्वाक्ष को देखता तो कभी रात्रि को ..? रात्रि उसे देख स्माइल कर रही थी l रवीश ने अपना सर हिलाते हुए कहा ,""_ आप दोनो जारी रखो मैं चलता हु l  "   रवीश इतना बोल कर जाने को हुआ की तभी रात्रि उसे रोकते हुए बोली,""_ नही नही भाई ....,आप रुकिए मैं जा रही हू अपने डिपार्टमेंट में ....| "      रात्रि ने आगे एक ही कदम रखा था की तभी सर्वाक्ष ने उसे रोकते हुए कहा ,""_ नही ...,तुम नही जाओगी बीवी | "   क्यों..? "  रात्रि मुड़ कर उससे पूछी ,तो सर्वाक्ष उसे अपने पास खींचते हुए कहा ,""_ क्यों की मैं चाहता हु की तुम मेरे आंखो के सामने ही रहो | "   रात्रि अपना मुंह लटकाए बोली,""_ सर्वाक्ष ...,आपके कारण ,दो दिन से मैंने कागज पर एक लाइन भी नही खींची ,जाने दीजिए ना ? "         सर्वाक्ष बेमन से उसकी बात मानते हुए उसका हाथ छोड़ा l तो रात्रि अपने डिपार्टमेंट के तरफ भाग गई l         क्या होगा आगे ? रावी और युवान रात्रि पर अब अगला कोनसा प्लान के साथ आएंगे ? क्या होगा रात्रि के साथ ?  जानने के लिए पढ़ते रहिए     " Reborn to love my Beast husband"  And also try my new novel    "  Deadly intentions of ceo "यह कहानी है रूई राठौड़ की,जो हर रात एक अंधेरे कमरे में एक अंजान शेक्स का शिकार होती है l रूई को उस शक्श का नामो निशान तक नही पता लेकिन अपने बदन में उसके दिए हुए हर वह निशान और उसके बदन से मेहसूस किए वह खुश्बू , रूई को उस शक्स का इंटेंशन उसके प्रति कैसा है बयां करती थी l रूई अंधेरे रातों में एक ऐसा इंसान के जालों में फस गई थी जो उसके लिए अंजान ही था l  ऐसे में रूई को मजबूरन शादी करनी पड़ती है त्रियाक्ष अग्निहोत्री से जो शादी से पहले ही उससे दावा करता है की वह किसी और का है ,तो ऐसे में रूई की जिंदगी कोनसा मोड़ लेगा ? कोन है जो हर अंधेरे रात में उसका साथी है ? क्या है बेहद सस्पेंस से भरा हुआ इस इंटेंशन कहानी का राज ? जानने के लिए पढ़ते रहिए    "Deadly Intentions of CEO "   यह स्टोरी आप लोगो को मेरी लाइब्रेरी में ही मिल जाएगा please padhiyega जरूरÂ

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