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Chapter 29

chapter 29

Love With My Beast Husband

  अब आगे ....,    " अगर मै किसी को मार डालू तो आप क्या करेंगे अक्ष ? " रात्रि ने हिचकिचाते हुए सर्वाक्ष से सवाल किया l     अपनी मासूम बीवी को इस तरह का सवाल करता देख अक्ष ज्यादा ही हैरान रह गया था | वही रात्रि अभी भी मासूमियत से अपने आंखे टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष को देखते हु उसके जवाब का इंतजार कर रही थी |        रात्रि भले ही इस वक्त मासूम नजर आ रही थी लेकिन उसका सवाल मासूम भरा नही था |          सर्वाक्ष को बिलकुल यकीन नही हो रहा था की उसने रात्रि के मुंह से इतना टॉक्सिक कैसा सुना? वह उससे दुबारा वही सवाल दौराते हुए पूछा,""_ तुम होश में तो हो ना बीवी ? ऑफिस में तुम्हे किसी ने कुछ गलत तो नहीं खिला दिया ? "    सर्वाक्ष का सवाल सुन कर रात्रि ने अपने आंखे रोल रोल करते हुए गहरी सांसे ली,फिर उससे बोली,""_ अक्ष आप बस मेरे सवाल का जवाब दीजिए ना ? "   सर्वाक्ष ने सख्ती से मगर धीमी आवाज में जवाब दिया ,""_ mmm ....,तुम चाहे गलत ही क्यो ना हो, मैं हमेशा तुम्हारे साथ ही खड़ा रहूंगा बीवी | "     रात्रि के चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान तैर गई | वह सर्वाक्ष के चेहरे को अपने हाथो में भर कर उससे बोली,""_ मुझे वह रावी चाहिए | "        सर्वाक्ष बिना भाव के रात्रि को देख पूछा ,""_ क्यों...? "    रात्रि ने अपने चेहरे में दुनिया भर का नफरत लिए उससे बोली,""_ मैं....,मैं.. बस उसे ख़त्म करना चाहती हूँ अक्ष....,उसे इतनी बेरहमी से मार कर,उसके लाश को टुकुडो में काटते हुए किसी जंगली कुत्तों को फेंकना चाहती हू | "    सर्वाक्ष हैरानी से रात्रि को देख रहा था | जब वह पहली बार रात्रि को देखा था तब रात्रि उसी रावी के साथ खिल खिला कर हंसते हुए मजे कर रही थी, लेकिन आज उसके दिल में रावी के लिए इतना नफ़रत ?     सर्वाक्ष ने उसके चेहरे को अपने तरफ घुमा कर उसके आंखो में देख पूछा ,""_ इतना नफ़रत ? उस लड़की ने तुम्हारे साथ कुछ किया तो नही न ? "   सर्वाक्ष एक दम से परिशान हो उठा l तभी रात्रि बोली,""_ उसने मेरे साथ बहुत कुछ गलत किया है अक्ष....,मेरी जिंदगी में बेरंग उसी ने फैला दिया था....,उसी के वजह से मैं कभी आपकी फीलिंग्स को समझ नही पाती थी ,भले ही उसीने आपको मेरा किडनैप करने में मदद की होगी लेकिन आपके लिए मेरे दिल में सिर्फ जहर गोलने की काम भी उसी ने की थी,वह....., वह हमेशा मुझे फंसाने की कोशिश करती है...मुझे बर्बाद करना चाहती है | "   सर्वाक्ष चुपचाप रात्रि की बातो को सुन रहा था | रात्रि जो कह रही थी वह सब वह पहले से ही जानता था क्यों की उसने कुछ दिन पहले रवीश से रावी का इनफॉर्मेशन निकालने कहा था | रावी क्या चाहती है उसे पता तो नही चला था लेकिन उसे इतना समझ आ गया था की रावी रात्रि और उसके बीच दूरियां पैदा करना चाहती है |    सर्वाक्ष झुक कर रात्रि के माथे पर किस करा,फिर उसके मुलायम सी गालों को सहलाते हुए कहा ,""_ तुम्हे जो करना है वह करो मैं तुम्हे रोकूंगा नही ....लेकिन.....? "    रात्रि ना समझी में उसे देख पूछी ,""_ लेकिन क्या अक्ष....? "  सर्वाक्ष ने बेहद सर्द आवाज में उससे कहा ,""_ लेकिन तुम्हे मुझे सब बता कर करना होगा, मै कोई रिस्क नहीं लेना चाहता रात्रि ,अगर तुम पर एक करोच भी आया न फिर तुम्हारा कैर नही समझी ? "    रात्रि का मुंह बन गया लेकिन हा में सर हिलाने के अलावा उसके पास कोई चारा भी तो नही था | वह बोली,""_ ठीक है अक्ष...| "   रात्रि अपने आंखे बंद कर उसके गले लग गई |  लेकिन उसके दिमाग में बहुत कुछ खुराफात चलने लगा था | वह अपने मन में बोली,""_ मै कैसे भूल सकती हूं.... ,पिछले जन्म में...इस रावी की वजह से मैं उस आदमी के प्यार के जाल में फसी थी लेकिन वह आदमी मुझे बेरहमी से अपने कैद में करा और अपने आस पास के लोगो को मुझ पर गंदी नजर डालते हुए मेरे साथ बलात्कार करने का मौका भी दिया ,वह तो अच्छा था एंड वक्त पर एक अंजान आदमी आ कर उन सबको मारा ,लेकिन वह अंजान आदमी कोन था ? पता नही मैंने उस आदमी का चेहरा कभी देख ही नहीं पाई या यू कहूं की मुझे देखने का मौका ही नही मिला....., उस रावी और वह आदमी मुझे मार डाला..,लेकिन अब ना वह रावी बचेगी और नाही वह आदमी....? जो मेरे सामने आ कर भी सामने नही है |    सर्वाक्ष एक टक सीलिंग को घूरते हुए रात्रि की बालो में हाथ फेर रहा था | वह अपने मन में बोला ,""_ जो बातें तुम मुझसे छुपा रही हो ? मैं वह जानने का इंतजार कर रहा हूं बीवी...., मैं तुम्हें कुछ भी बताने के लिए कोई मजबूर नहीं करूंगा... क्योंकि मुझे अब तुम पर यकीन हो गया है ....., कि तुम मुझे कभी छोड़ कर नही जाओगी | "    दोनो ही एक दुसरे के बाहों में लेटे हुए थे | लेकिन दोनो आज सो ही नही पा रहे थे | सर्वाक्ष धीरे से रात्रि की उंगलियों में अपने उंगलियां फसाते हुए कहा ,""_ बीवी.....क्या तुम सो गई ? "    रात्रि सर्वाक्ष के गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर अपने होंठ और नाक रगड़ते हुए बोली,""_ नही अक्ष....,मुझे नींद ही नहीं आ रही | "    सर्वाक्ष रात्रि को अपने बाहों में जकड़ते हुए उसके माथे पर किस करा ,फिर टीवी ऑन किया | रात्रि मुस्कुराते हुए उसके हाथ से रिमोट ले कर उसके तरफ पीठ कर लेट गई |     सर्वाक्ष उसे पीछे से अपने बाहों में भरते हुए बोला,""_ you like this movie...? "   टीवी में इस वक्त ' दुल्हन हम ले जाएंगे मूवी लगा था, सर्वाक्ष के सवाल सुन रात्रि ने अपना सर हिलाया,फिर रूम का लाइट ऑफ कर, रिमोट में एक बटन प्रेस किया जिससे रूम का माहौल बिलकुल थिएटर जैसा हो गया  |      रात्रि और सर्वाक्ष ऐसे ही मूवी देखते-देखते...कब दोनों सो गए ,उन्हे पता ही नही चला |    दूसरी तरफ.....,      ध्रुव का कार आ कर हॉस्पिटल के सामने रुका | ध्रुव जल्दी से कार से बाहर आ कर अंदर जाने को हुआ की तभी उसे रिसेप्शन एरिया में ही मीरा नजर आई |       ध्रुव उसके पास जा कर कुछ पूछता की तभी ध्रुव की नज़र मीरा की गाल पर गई | मीरा के गाल पर किसी की हाथो की निशान थे,ऐसा लग रहा था की किसी ने उसके गालों पर बेरहमी से चांटा मारा हो |     ध्रुव की आंखे छोटी हो गई | वह मीरा का चेहरा अपने तरफ घुमा कर सख्ती से पूछा ,""_ तुम पर हाथ किसने उठाया ? "     मीरा की आंखे नम हो गए | उसे नही लगा था की ध्रुव की नजर उसके गाल पर भी जाएगी और उसे वह पूछेगा भी ? वह कुछ बोलने को हुई की तभी एक आदमी उस पर चिल्लाते हुए आया ,""_ ओए डॉक्टर..? मेरी बीवी वहा दर्द से छटपटा रही है और तुम अपने आशिक के साथ .....? "     " बस.....| " ध्रुव ने गुस्से से चिल्लाया तो उस  आदमी की हाथो की मुट्ठी बन गई | वही ध्रुव गुस्से से मीरा पर चिल्लाते हुए बोला ,""_मैने कुछ पूछा है तुमसे ? जवाब दो मीरा...| "   मीरा रोते हुए उस आदमी के तरफ इशारा करते हुए बोली,""_ इसी आदमी ने मारा.....| "   ध्रुव की दांत भींच गए | पता नही क्यों मीरा ने जिस तरह आज सुबह उसके साथ अजीब बरताव किया था तब से ना चाहते हुए भी ध्रुव उसके बारे में सोचने लगा था और अब उसके गालों पर किसी की हाथो की निशान देख कर उसका खून जल रहा था |     वह गुस्से से उस आदमी का कालर पकड़ कर बिना रुके मारने लगा | उसके एक एक पंच भी उस आदमी के मुंह से खून बहने पर मजबूर कर रहा था |     वही मीरा जल्दी से ध्रुव को रोकते हुए बोली,""_ डॉक्टर ध्रुव ...., इमरजेंसी केस है अगर आपने अटेंड नही किया तो पेशेंट की जान चली जा सकती है please.....| "      ध्रुव गुस्से से उस आदमी को वही छोड़ कर मीरा को ले कर अंदर चला गया | वही वह आदमी जो एक लोकल गुंडा था,लेकिन इस वक्त उसकी बीवी की जान खतरे में था और हॉस्पीटल में कोई डॉक्टर का एविलेबल नही था तो उसने गुस्से में आ कर मीरा पर हाथ उठाया था l        करीब आधा घंटे बाद ध्रुव ऑपरेशन थिएटर से बाहर आया l वह आदमी अभी भी बाहर ही खड़ा था | वह जल्दी से ध्रुव के पास जा कर पूछा ,""_ मेरी बीवी कैसी है डॉक्टर..? "   ध्रुव का अभी भी खून खौल रहा था | वह गुस्से से उस आदमी का कालर कसके पकड़ते हुए बोला ,""_ तेरी बीवी तो बिलकुल ठीक है लेकिन तू...., तु अब नही बचेगा .? तेरी हिम्मत कैसी हुई उस पर हाथ उठाने की हा ? "     ध्रुव फिर से उसके मुंह पर पंच मारने लगा | वह आदमी एक मामूली सा गुंडा था लेकिन ध्रुव एक गैंगस्टर था जिसका मुकाबल वह आदमी कर ही नही सकता था |     ध्रुव....ध्रुव....प्लीज छोड़ दीजिए उन्हे ....ध्रुव प्लीज.....| " मीरा आ कर ध्रुव को रोकते हुए बोली |    ध्रुव ने मीरा को गुस्से से घूरा ,तो मीरा डर कर पीछे हट गई | वही ध्रुव गुस्से से वापस उस आदमी को मारने को हुआ तो वह आदमी बोला ,""_ मू...मुझे माफ कर दो ,मेरी बीवी की दर्द मुझसे देखा नही जा रहा था और हॉस्पिटल में कोई स्टाफ नही था तो मैंने गुस्से से उन पर हाथ उठा दिया....., मु...मुझे माफ करदो दुबार किसी पर भी हाथ नही उठाऊंगा प्लीज.....? "     ध्रुव का गुस्सा शांत नही हो रहा था | उसे मीरा की मासूम चेहरे पर वह निशान देखे नही जा रहे थे | वह गुस्से से बोला ,""_ जिस तरह तुम्हे अपनी बीवी का दर्द देखा नही गया उसी तरह मुझे उस लड़की की चेहरे पर तुम्हारे दिए हुए दाग देखे नही जा रहे ,गलती तो तुमने कर ही दिया है और सज़ा भुगते बिना मैं तुझे बक्शूंगा नही | "      बोलते हुए ध्रुव गुस्से से उस आदमी को बिना रुके मारने लगा | वही मीरा अपने जगह में जम गई थी उसे यकीन नही हो रहा था की ध्रुव ने अभी अभी उस आदमी से क्या कहा ? क्या ध्रुव से उसके दर्द से फरक पड़ रहा है ? मीरा को अजीब सी सुकून मिल रहा था |     वह आदमी गिड़गिड़ाते हुए ध्रुव से खुद को छुड़वाते हुए वहा से भाग गया | वही ध्रुव गुस्से से अपने बालो में हाथ फेरते हुए मुड़ कर देखा | मीरा अभी भी वैसे ही खड़ी थी | यह देख ध्रुव की दांत भींच गए ,वह गुस्से से उसके बाजू को पकड़ कर अपने करीब खींचते हुए कहा ,""_जब तुमने मुझे कॉल किया था तब क्यों नही बताया की यह आदमी तुम पर हाथ उठा रहा है ? हां ? और तुमने अभी तक गालों पर कोई ऑइंटमेंट क्यों नही लगाया ? "      मीरा हैरानी से अपने आंखे बड़ी बड़ी कर ध्रुव को देख रही थी | ध्रुव के करीब जाते ही उसकी दिल की धड़कने तेज हो गए थे | वह उससे छूटते हुए बोली,""_ वह.... मैं घर जा कर लगा लूंगी ...| "    ध्रुव ने उसकी बात पर कुछ नही कहा और उसे ले कर सीधे अपने चैंबर में चला गया | फिर मीरा को कमर से पकड़ कर अपने ग्लास टेबल पर बैठाया,फिर खुद ही एक ऑइंटमेंट ला कर उसके गालों पर लगाने लगा |      Hisss.....? " मीरा की आंखे दर्द से भींच गए | वही ध्रुव रुक कर पहले उसके गालों पर हल्के हल्के से फूंका फिर उसे धीरे से ऑइंटमेंट लगाने लगा |       मीरा आज पहली बार उसे अपने इतना करीब देख रही थी | उसके गरम सांसों को अपने चेहरे पर मेहसूस कर उसके कान और गाल दोनो ही लाल हो उठे थे |      वही ध्रुव का ध्यान सिर्फ उसकी गालों पर पड़ी मार्क्स पर था | वह ओइंटमेट लगा कर उससे अलग होते हुए कहा ,""_ चलो मैं तुम्हे घर ड्रॉप कर देता हु | "      मीरा अपना सर हा में हिलाते हुए नीचे उतरने को हुई उससे पहले ही ध्रुव ने उसे कमर से पकड़ कर नीचे उतार दिया | फिर उसे ले कर हॉस्पिटल से बाहर चला गया |     अगली सुबह......,      सर्वाक्ष का रूम.....         रूम में इस वक्त kiss करने की आवाज़ें गूंज रही थी | सर्वाक्ष के ऊपर लेटे हुए रात्रि सर्वाक्ष के पूरे चेहरे पर अपने लंबे लंबे उंगलियां घुमाते हुए कभी उसके टुडी को किस कर रही थी तो कभी उसके गाल और इयरलोब पर काटते जा रही थी |    रात भर सर्वाक्ष ने ठीक से सोया ही नहीं था | वह बार बार अपना चेहरा इधर उधर घुमाते हुए सोने की कोशिश कर रहा था लेकिन यह उसकी जंगली बीवी के रहते कहा मुमकिन था ?    नींद में भी सर्वाक्ष की माथे पर शिकन आ गए थे | वही रात्रि अपने होंठो को सर्वाक्ष के होंठो पर घुमाते हुए बोली,""_ मॉर्निंग अक्ष.....| "   सर्वाक्ष नींद में ही उसे ले कर पलट गया | लेकिन रात्रि छटपटाते हुए उसे अपने ऊपर से हटाने लगी तो सर्वाक्ष ज्यादा तंग ना करते हुए उससे अलग हो कर बेड के कोने में जा कर उसके तरफ पीठ कर लेट गया |     रात्रि को उसे इस तरह नींद में सताने में बड़ा ही मज़ा आ रहा था | वह जा कर उसे पीछे से हग करते हुए उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपाए सर्वाक्ष के इयरलोब पर हल्के हल्के से काटने लगी |    सर्वाक्ष ने कसके अपने आंखे भींचा ,फिर उसके तरफ मुड़ा | रात्रि की चेहरे पर शरारत साफ साफ नज़र आ रहा था | सर्वाक्ष ने वार्न भरी लुक देते हुए बोला ,""_ अगर अभी मैं शुरू हो गया न ...,तुम कॉलेज जाना तो दूर बेड से भी नीचे नही उतर पाओगी | "    रात्रि की आंखे बड़ी हो गई | वह मुंह बनाते हुए बोली,""_ आप .....? "    रात्रि बोलते हुए अपना मुंह बिगाड़ लीया | वही सर्वाक्ष हल्के से मुस्कुराते हुए उसके माथे पर किस करा ,फिर उसके गुलाबी होंठो को टैप करते हुए पूछा ,""_ तुम इतना जल्दी क्यों उठ गई बीवी ? "   रात्रि अपना माथे से सर्वाक्ष के माथे को हल्के से हिट करते हुए बोली,""_ mmm..मुझे कॉलेज जाना है अक्ष.....,उसके बाद मुझे फिर ऑफिस भी आना है | "    सर्वाक्ष ने कहा ,""_ ज्यादा स्ट्रेस लेने की जरूरत नही है बीवी....,जब तुम्हे टाइम मिलेगे तभी तुम ऑफिस आओ ....,बाकी टाइम तुम सिर्फ डिजाइन पास कर दो...ठीक है ? "  Mmmm......," बोलते हुए रात्रि ने सर्वाक्ष के निचले होंठो को चूमा फिर जोर से काटते हुए उससे अलग हो गई |   " अह्ह्ह्हह बीवी....| " सर्वाक्ष कराह उठा,फिर उठ कर जल्दी से रात्रि को अपने करीब खींचता उससे पहले ही रात्रि फुर्ती से बेड से नीचे उतर कर उसे जीव दिखाते हुए वाशरूम में भाग गई |    सर्वाक्ष ने अपने निचले होंठो को छू कर देखा ,फिर उसे घूरते हुए बोला,""_ it's not fair bivi.... इसका बदला बहुत जल्द लूंगा मैं .....| "   " All the best Aksh....| " वॉशरूम में से रात्रि ने चिल्लाते हुए कहा | सर्वाक्ष ने अपने आंखे छोटी कर वॉशरूम के डोर को घूरा ,फिर डेविल स्माइल करते हुए अपने मन में बोला ,""_ मेरी जंगली बिल्ली....,आज रात तो तुम....? "   बोलते बोलते सर्वाक्ष हंस पड़ा | उसे बहुत नींद आ रही थी तो वह पेट के बल सो गया |        क्रियांश का मेंशन.....    क्रियाँश कॉफ़ी का सीप लेते हुए अपने लैपटॉप में ज्वैलैरी डिजाइंस को देख रहा था जो रात्रि ने डिजाइन किया था और अब मार्केट में तहलका मचा रही थी | कुछ कुछ लाको में बिख रहे थे तो कुछ कुछ करोड़ों में ....|    क्रियाँश कुछ सोचते हुए एक एक कर रात्रि के सारे इनफॉर्मेशन निकाल रहा था | और उसके चेहरे पर बेहद शैतानी मुस्कान बिखर गया था |      क्या चल रहा है क्रियाँश के दिमाग में ? क्या होगा आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए ,        Precap......   Ice cream खाते हुए मजे से चल रही रात्रि का ध्यान सिर्फ आइस क्रीम पर ही था | वह फिर रोड क्रॉस करते हॉस्पिटल के तरफ जाने लगी | वही थोड़ी ही दूरी पर ड्राइविंग सीट पर बैठी हुई लड़की की नफरत भरी नजर रात्रि पर ही टिकी थी | गुस्से से उसने रात्रि के ओर कार स्टार्ट कर दिया |    क्या रात्रि के साथ कुछ अनहोनी होगा ? जानने के लिए पढते रहिए .....,

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