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Chapter 28

chapter 28

Forced marriage- become love marriage after rebirth

अब तकउसने अरहान के साथ कैसा बेहवे किया था। वो कैसे हर बार उसके साथ पीस आती थी। जब भी वो उससे बात करने की कोशिश करता था, हर बार वो उससे नजर अंदाज कर के चली जया करती थी।  कैसे वो रियान और उसके दादा दादी के साथ पेश आती थी। जब की वो लोग तो उसे बहुत ही प्यार करते थे।  उसे कभी भी अकेले  और उसने अलग महसूस नहीं करवाते थे। और रियान तो उसे छूतांकी कहता था। वो इस लिए क्यू की आर्या की शादी बहे ही अरहान से हुई हो पर वो रियान से छोटी थी।  इसलिए रियान भी उसे अपनी भाभी काम चोटी बहेन ज्यादा मानता था। पर आर्या ने क्या किया उसने कभी भ कीसी की भी परवाह नहीं की उसने सिर्फ और सिर्फ अपने स्वार्थ के चक्कर में कभी अरहान को ता उसके प्यार को समाज ने कि कोशिश तक नहीं की। वो जब जब ये सारी यादें उसके माइंड में आती थी। वो अपने आप को बहुत ही बेकार मानती थी। अरहान देखता है, की आर्या कोई रेस्पॉन्स नहीं दे रही है। बस ऐसे ही बहुत डर से उसे टाइटली हग करके खड़ी है। जिससे देख कर अरहान आर्या के बालो को सहलाता है। और उससे पूछता है। क्या हुआ बच्चा????अब आगे अरहान कि  आवाज सुन कर आर्या का ध्यान टूटता है। और वो अरहान को और भी कस कर गले लगा लेती है। जैसे अरहान कहीं भाग जा रहा है हो??? अगर उसने उसे अभी छोड़ दिया तो वो उससे हमेशा हमेशा। किए अलग हो जाएगा। 😇😇😇😇अरहान आर्या के बालो को प्यारे से सहलाता है। ताकि उसे अच्छा फील हो । और होता भी ऐसा ही है। थोड़ी ही देर में अरहान अच्छा दील करने लगती है। फिर वो उससे अगल होती है और अरहान को बहुत ही प्यार भरी नजरो से देखने लगत है। जिसकी नजरो में आर्या अपने लिए कभी ना ख़तम होने वाला प्यार देखती है, जिससे देख कर फिर से आर्या की आंखे नम हो जाती है। तभी पीछे मुड़ जाती है। जिससे अरहान से वो अपने आंसू छुपा सके।पर जो बात आर्या नहीं जानती थी वो ये थी, की अरहान अपनी शादी वाले दिन से ही आर्या की हर छोटी से छोटी हरकत पर अपनी नजर बनाए हुए था। पर उस बस ये समाज नहीं आ रहा था। की आर्या  अचानक ये बदलाव आए तो आते कैसे।जब वो देखता है आर्या अपने आंसुओ कि उससे छुपाने की नाकाम कोसिस कर रही है। तो वो अपना हाथ आगे बढ़ा कर उसके एक बाजू पकड़ता है, और उसे अपने अंदर समा लेता है। और अपनी बाहों में उसे कैद कर लेता है। इस वक़्त आर्या का अरहान के ब्रोड चेस्ट से लगा हुआ था। आर्या इस बार अपने आपको रोक नहीं पाती है। और उससे कस गले लगा लेती है। और जोर जोर से रोने लगत है। जिससे सुन तो अरहान का दिल जोरो से धड़कने लगता है। उससे समाज ही नहीं आ रहा होता है, की आर्या को अचानक से क्या हो गया अभी थोड़ी देर पहले तो एक दम ठीक थी। अब अचानक से ऐसा भी क्या हो गया।पर वो आर्या को इस बार नहीं रोकता है। और उससे रोने देता है, क्यू की रोने हमारा सारा दुख सर दर्द बहुत हद तक कम हो जाता है। हालाकि इस सबसे उसे भी बहुत तकलीफ़ हो रही थी। पर वो कर क्या सकता था। वो बस उसे ऐसे ही पकड़े खड़े रहता है। और उसके अपने आप ही शांत होने का वेट करने लगता है।आर्या भी थोड़ी देर में शांत हो जाती है। फिर वो अरहान से अलग होती है। तब अरहान उसे पुहता है क्या हुआ तुम रो क्यों रही थी। आर्या कुछ नहीं बोलती है। तो इस बार अरहान थोड़ा झूठा मीठा गुस्सा दिखा कर पूछता है। तो आर्या उससे कहती है। कुछ नहीं वो आज जब हम सो रहे थे तो मुझे एक बहुत बडा सपना आया था।अच्छा, और ऐसा क्या देखा अपने अपने सपने में की आप अभी तक रो रही थी। आर्या ये सुन कर चुप हो जाती है। आखिर वो बताए तो बताए क्या अरहान को की वो किस लिए रो रही थी। और अगर वो उसे सब कुछ बता भी देती है तो क्या वो उस पर विश्वास करेगा???? यही सब आर्या के दिमाग में चल रहा होता है। की तभी उसे अरहान की आवाज आती है, जो के रहा होता है। आर्या में  आपसे कुछ पूछ रहा हूं, बच्चा ऐसा क्या देखा अपने जिसकी वजह से आप अभी तक रो रही हो।आर्या अपनी  नाम आखो से उसे देखती है, फिर कहती है वो मैंने देख,,, मैने देखता की,,, हम दोनों को किसने अगल कर दिया है......और,,,,,,, कोई मुझे आपसे  दूर करके  के जा रहा है,,,, में उसके साथ नहीं जना चाहती हूं। ,,,,,पर वो फिर भी मुझे खीच कर ले कर जा रहा है,,,,,, 😭😭😭😭😭😭 में आपको आवाज लगा रही थी,,,,, और आप मुझे बचाने के आए तो,,,,, तो,,,,, उस,,,,उसने,,,,,,,आप,,,आ,,,आपको,,,, गन से शूट कर दिया.........और ये बोल कर आर्या फिर से रोने लगती है। और अरहान को खीच कर अपने सीने से लगा लेती है,,,,, जैसे कि अरहान को सचमे कुछ हो गया हो और वो कुछ कर नहीं पा रही हो,,,, उसका रोना इतना बढ़ जाता है, की उससे बोला भी नहीं जा रहा था। और वो अब काप रही थी। उसे डर लग रहा था।  हालाकि की ये हादसा उसके पिछले जन्म में हुआ था। पर अब भी ये सब याद करके उसकी रूह कांप जाती है।वो अब ये बात इमेजिन भी नहीं कर सकती है, की अरहान को कुछ हो, मारना तो बहुत दूर की बात है। इस बार ना ही वो अपने दुश्मनों को छोड़ने वाली थी, और नाही अपने अरहान कि ऊपर उठने वाली आंखों को बखाने वाले थी।अरहान जब देखता है, की आर्या की तबीयत अब खराब होने लगी है, तो जैसे तैसे करके अपने आपको आर्या की पकड़ से रिहा करवाता है, क्यू की इस वक़्त आर्या ने अरहान को बहुत ही टाईट पकड़ा हुआ था। फिर अरहान आर्या को शांत करने की कोशिश करता है, पर वो शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी। उल्टा उसका रोना बढ़ता ही जा रहा था। ये देख कर अरहान आर्या के चेहरे को अपने दोनो हाथो की हथेलियों में लेता है, उसके फेस को थोड़ा सा लिफ्ट करता है, फिर अपने होटों से आर्या के होतो को लॉक कर देता है। अरहान बहुत ही धीरे धीरे आर्या को किस 😘😘😘😘😘 कर रहा होता है। थोड़ी देर में आर्या भी शांत हो जाती है ।और अरहान को किस बेक करती है। फिर दोनो ही उस किस में कहीं खो जाते है।Â

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